सांकेतिक फोटो
Chapra News: बिहार में शराबबंदी के बाबजूद एक दर्दनाक घटना सामने आई है. जहां जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत हो गई. वहीं कई लोगों की हालात गंभीर बताई जा रही है. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. मामला छपरा जिले के मशरक और इशुआपुर से सामने आया है. बताया जा रहा है कि इस दर्दनाक घटना के बाद अस्पताल में इलाज करा रहे कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. जहरीली शराब पीने के बाद कई बीमार लोगों का मसरख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. छपरा अस्पताल में अभी तक 6 लोगों का पोस्टमार्टम हो चुका है.
वहीं इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरु कर दी है. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने धरपकड़ शुरु कर दी है. एक तरफ पुलिस की कार्रवाई जारी है तो दूसरी तरफ प्रदेश में इसको लेकर सियासत शुरु हो गई है. बिहार में पिछले कुछ समय से लगातार जहरीली शराब की वजह से लोगों की मौत की खबरें सामने आ रही हैं. गठबंधन के नेता जहरीली शराब की खरीद फरोख्त के लिए शराबबंदी को मुख्य कारण मानते हैं. बिहार के कुढ़नी में हुए उपचुनाव के दौरान भी इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया गया था.
मृतकों की हुई पहचान
छपरा जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मौतों की संख्या बढ़कर 24 तक पहुंच गई है. बता दें कि 4 युवकों की मौत जहां गांव में ही हो गई है. तो वहीं दो युवकों की मौत छपरा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. बचे हुए लोगों का इलाज मसरख PAC में चल रहा है. जहरीली शराब पीने से मृतकों की पहचान इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोईला गांव निवासी वकील सिंह का पुत्र संजय सिंह के रुप में हुई है, वहीं दूसरे की मशरक थाना क्षेत्र निवासी यदु सिंह का पुत्र कुणाल कुमार, गणेश राम का पुत्र हरेंद्र राम, विचेंद्र राम और इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोईला गांव निवासी विजेंद्र कुमार सिन्हा का 38 साल के पुत्र अमित रंजन की हुई है.
विधायक डॉ. संजीव कुमार शराबबंदी पर उठाए सवाल
शराबबंदी के बाद अब नीतीश की पार्टी शराबबंदी कानून के समीक्षा की मांग कर रही है. जेडीयू (JDU) विधायक डॉ. संजीव कुमार ने सीएम नीतीश के शराबबंदी कानून पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने इसे पूरी तरह विफल करार दिया है.