दो ओलंपिक पदकों के साथ मनु भाकर
मनु भाकर ने मंगलवार को भारतीय खेल इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है. वह एक ही ओलंपिक खेलों में कई पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं. 22 वर्षीय निशानेबाज ने पेरिस ओलंपिक में सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में दक्षिण कोरिया को 16-10 से हराकर कांस्य पदक जीता. यह उपलब्धि उनकी पिछली सफलता के बाद आई है, जहां उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया था, जो भारतीय शूटिंग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था.
भारतीय एथलीटों के एक विशिष्ट समूह में हुईं शामिल
भाकर की डबल पोडियम फिनिश ने न केवल 2024 पेरिस ओलंपिक में भारत की पदक तालिका खोली, बल्कि उन्हें भारतीय एथलीटों के एक विशिष्ट समूह में भी शामिल कर दिया. कुल मिलाकर, मनु ओलंपिक में एक से अधिक व्यक्तिगत पदक जीतने वाली लिस्ट में पहलवान सुशील कुमार और शटलर पीवी सिंधु के बाद तीसरी भारतीय बन गयी हैं.
इससे पहले पी.वी. सिंधु दो ओलंपिक पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला थीं. प्रसिद्ध बैडमिंटन स्टार सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में चीन की हे बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 से हराकर कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था. सिन्धु ने अपना पहला ओलंपिक पदक रिओ 2016 में जीता जहां उन्होंने फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारीन से हारकर रजत पदक जीता था.
मनु और सरब्जोत ने किया असाधारण संयम और कौशल का प्रदर्शन
मिश्रित टीम स्पर्धा में भाकर और सिंह ने असाधारण संयम और कौशल का प्रदर्शन किया. भारतीय जोड़ी ने कांस्य पदक मैच में अपनी सटीकता और टीम वर्क का प्रदर्शन करते हुए एक मजबूत दक्षिण कोरियाई टीम का सामना किया. अपने स्थिर हाथ और फोकस के लिए मशहूर भाकर ने पूरे मैच में भारत की बढ़त बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
ऐतिहासिक जीत के बाद मनु और सरबजोत के बयान
मनु ने ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद कहा, “मैं वास्तव में गर्व महसूस कर रही हूं. मैं इस उपलब्धि को हासिल करने में सक्षम होने के लिए बहुत आभार महसूस करती हूं. सभी के आशीर्वाद और प्यार के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.”
मनु ने आगे कहा, “हम कुछ भी नियंत्रित नहीं कर सकते; हम बस अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर सकते हैं. यहां आने से पहले भी, मैं और मेरे साथी यही सोच रहे थे कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं और जो भी होगा, हम उसे स्वीकार करेंगे और हम आखिरी शॉट तक लड़ते रहेंगे.”
सरबजोत सिंह, जिन्होंने अपना पहला ओलंपिक पदक जीता और अब ग्रीष्मकालीन खेलों में पदक जीतने वाले छठे भारतीय निशानेबाज हैं. सरबजोत ने कहा, “बहुत दबाव वाला मैच था और फैंस के बीच रोमांच अद्भुत था. इसलिए, मैं वास्तव में खुश हूं.”
राज्यवर्धन सिंह राठौर (एथेंस 2004), अभिनव बिंद्रा (बीजिंग 2008), विजय कुमार (लंदन 2012), गगन नारंग (लंदन 2012), मनु भाकर (पेरिस 2024), ये सभी ओलंपिक में पदक जीतने वाले अन्य निशानेबाज हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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