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Independence Day-2024: देश को कम्युनल नहीं, सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत… लाल किले से बोले पीएम मोदी; बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कही ये बात

पीएम मोदी ने सिविल कोड को लेकर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है.

PM Modi

photo-ANI

Independence Day-2024: देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने परिवारवाद और जातिवाद पर निशाना साधा और कहा कि परिवारवाद और जातिवाद से लोकतंत्र को नुकसान पहुंच रहा है. इससे हमें देश को मुक्ति दिलानी है. हमारा एक मिशन ये भी है कि एक लाख ऐसे लोगों को आगे लाया जाए, जिनके परिवार में किसी का भी राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं हो. इससे देश को परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति मिलेगी. इससे नयी सोच सामने आएगी. वे किसी भी दल में जा सकते हैं.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाल किले की प्राचीर से देश के लिए संबोधन करीब सवा 9 बजे खत्म हो गया है. उन्होंने स्पेस सेक्टर से लेकर महिलाओं की भागीदारी तक के मुद्दों का जिक्र किया. उन्होंने देश से विकसित भारत की ओर कदम बढ़ाने की भी बात की.

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इसी के साथ ही पीएम मोदी ने सिविल कोड को लेकर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है. देश का एक बड़ा वर्ग मानता है कि सिविल कोड सांप्रदायिक है. इस बात में सच्चाई भी है. ये भेदभाव करने वाला सिविल कोड है. संविधान के 75 वर्ष जब मनाए जाएंगे तो संविधान निर्माताओं का जो सपना था, उसे पूरा करना हमारा दायित्व है. मैं चाहता हूं कि हर वर्ग इस पर चर्चा करे. धर्म के आधार पर बांटने वाले कानूनों का समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता है. अब समय की मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो. कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की ओर जाना होगा. तब जाकर हमें धर्म के आधार पर होने वाले भेदभाव से मुक्ति मिलेगी.

बांग्लादेश की हिंसा पर पीएम ने कही ये बात

पीएम मोदी ने लाल किले से देश को सम्बोधित करते हुए बांग्लादेश में हुई हिंसा का भी जिक्र किया. इसी के साथ ही हिंदुओं के साथ हुए अत्याचार पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते चिंता होना आम बात है. मैं आशा करता हूं कि वहां पर हालात जल्द ही सामान्य होंगे. देशवासी चाहते हैं कि वहां के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो. भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख-शांति के मार्ग पर चलें. शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है. आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारे शुभचिंतन ही रहेगा, क्योंकि हम मानव जाति की भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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