फोटो-सोशल मीडिया
Maharashtra: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के बाद से विवाद बढ़ गया है.इस मामले में सिंधुदुर्ग पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है. पुलिस ने जयदीप आप्टे और चेतन पाटिल को आरोपी बनाया है.
गौरतलब है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का सिंधुदुर्ग के मालवान समुद्री किनारे पर बनाई गई प्रतिमा गिर गई है और इसके कई टुकड़े हो गए हैं. इसी के बाद से विपक्ष ने सरकार को घेर लिया है. विपक्ष ने सरकार को कमीशन सरकार करार दिया है और कहा है कि इसमें भ्रष्टाचार हुआ है. महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग पुलिस ने आरोपियों की कंपनी को ही शिवाजी महाराज का पुतला बनाने और लगाने का काम दिया था.
इसी के साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं में सुप्रिया सुले, विजय वेडेत्तीवर, जयंत पाटिल , असदूद्दीन ओवेसी जैसे नेताओं ने इस मसले पर सरकार को घेरा है. साथ ही कांट्रेक्टर के खिलाफ कड़ी करवाई कि मांग की है. दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि “मूर्ति का निर्माण और डिजाइन नौसेना ने किया था. जब मैंने जिला कलेक्टर से बात की तो मुझे बताया गया कि हवाएं 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं, जिससे मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई. हम सुनिश्चित करेंगे कि छत्रपति शिवाजी महाराज की एक नई मूर्ति उसी स्थान पर बनाई जाए.
वहीं, लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा है कि प्रतिमा का काम ठाणे जिले के एक ठेकेदार को दिया गया था. यह सभी को देखना है कि काम कैसे किया गया? इस मामले में ठेकेदार सहित सभी दोषी संस्थानों को ब्लैक लिस्ट किया जाना चाहिए.
-भारत एक्सप्रेस
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