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उत्तर प्रदेश में जाली नोट के रैकेट का भंडाफोड़, सपा के 2 नेताओं समेत 10 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले का मामला. सपा के कुशीनगर जिलाध्यक्ष ने पुलिस पर पार्टी की छवि खराब करने के लिए दोनों नेताओं को झूठा फंसाने का आरोप लगाया है.

जाली नोट का कारोबार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कुशीनगर पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

उत्तर प्रदेश में कुशीनगर पुलिस ने जाली नोट की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के 2 नेताओं और 8 अन्य को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए सपा नेता मोहम्मद रफीक खान उर्फ ​​बबलू खान और नौशाद खान हैं.

पुलिस ने बताया कि गिरोह के पास से 5.62 लाख रुपये की नकली भारतीय मुद्रा, 3,000 रुपये की नेपाली मुद्रा, 10 देसी हथियार, कारतूस, एक देसी बम, 13 सेलफोन, 8 लैपटॉप, 2 कारें, आधार कार्ड और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. गिरोह ने कथित तौर पर नकली नोटों के बदले में 1.10 लाख रुपये की असली भारतीय मुद्रा भी हासिल की थी.

सपा नेताओं को फंसाने का आरोप

इन गिरफ्तारियों को लेकर सपा के कुशीनगर जिला अध्यक्ष मोहम्मद शुकरुल्लाह अंसारी ने पुलिस पर पार्टी की छवि खराब करने के लिए दोनों नेताओं को झूठा फंसाने का आरोप लगाया और विस्तृत जांच की मांग की.

अंसारी ने बताया कि मोहम्मद रफीक खान सपा की लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव हैं, जबकि नौशाद खान पार्टी की सांस्कृतिक शाखा के राज्य महासचिव हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने लखनऊ में पार्टी नेतृत्व को गिरफ्तारियों के बारे में सूचित कर दिया है.

नेपाल से उत्तर प्रदेश और बिहार तक फैला जाल

कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक (SP) संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि इस ‘रैकेट’ की जांच चल रही है, जो कथित तौर पर बिहार और उत्तर प्रदेश में संचालित होता है.

पुलिस के अनुसार, उन्हें भारत-नेपाल सीमा पर सक्रिय एक गिरोह के बारे में सूचना मिली थी. इसके बाद सीमावर्ती पुलिस थानों और जिले के साइबर सेल को अलर्ट कर दिया गया.

सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शुरुआत में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद सात और लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में मोहम्मद रफीक अंसारी, औरंगजेब उर्फ ​​लादेन, शेख जमालुद्दीन, निजामुद्दीन उर्फ ​​मुन्ना, रेहान खान उर्फ ​​सद्दाम, हासिम खान, शेराज और परवेज इलाही उर्फ ​​कौसर अफरीदी शामिल हैं. खबरों के अनुसार, पकड़े गए सभी आरोपी कुशीनगर जिले के तरयासुजान, सेवरही और तमकुहीराज क्षेत्र के रहने वाले हैं.

मोहम्मद रफीक गिरोह का सरगना: पुलिस

पुलिस के अनुसार, मोहम्मद रफीक अंसारी गिरोह का सरगना है, जिसके खिलाफ पहले से ही 11 मामले दर्ज हैं. कथित तौर पर गिरोह उसके नेतृत्व में संचालित होता था. औरंगजेब और परवेज पर 8-8 मामले दर्ज हैं, जबकि नौशाद और शेख जमालुद्दीन पर 4-4 मामले दर्ज हैं.

जांच के दौरान पुलिस को कथित तौर पर पता चला कि गिरोह ने पीड़ितों को जमीन देने के लिए धमकाने के लिए हथियारों का इस्तेमाल किया था. पुलिस का दावा है कि उसके पास सबूत हैं कि गिरफ्तार किए गए कई लोग अक्सर नेपाल जाते थे, जहां नकली मुद्रा का स्रोत था. आरोपियों के खिलाफ यूपी गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा.

पुलिस इस मामले में बिहार के जितेंद्र यादव, मनीष कुमार सिंह उर्फ ​​छोटू और एक अज्ञात व्यक्ति की भूमिका की भी जांच कर रही है. ये आरोपी फिलहाल फरार चल रहे हैं. पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है.

-भारत एक्सप्रेस



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