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गुमनाम नायकों के लिए बना देश का पहला ‘मिलिट्री इंटेलिजेंस स्मारक’, जानें कहां है यह

Military Intelligence Memorial: इस स्मारक में कई सम्मानित मिलिट्री इंटेलिजेंस कर्मियों की प्रतिमाएं और उनके अविस्मरणीय योगदान का विवरण है. यह स्मारक लोगों को इन नायकों की अनसुनी कहानियां बयां कर रहा है.

Military Intelligence Memorial

मिलिट्री इंटेलिजेंस स्मारक.

Military Intelligence Memorial: भारत ने अपने पहले मिलिट्री इंटेलिजेंस स्मारक का उद्घाटन किया है. इस स्मारक में कई सम्मानित मिलिट्री इंटेलिजेंस कर्मियों की प्रतिमाएं और उनके अविस्मरणीय योगदान का विवरण है. यह स्मारक लोगों को इन नायकों की अनसुनी कहानियां बयां कर रहा है. बता दें कि मिलिट्री इंटेलिजेंस का यह स्मारक सैन्य खुफिया विभाग के शहीद जवानों के सम्मान में पुणे के वानवड़ी में बनाया गया है. पुणे के वानवड़ी स्थित इस स्मारक का नाम सतर्क पार्क है, जो कि मिलिट्री इंटेलिजेंस के आदर्श वाक्य ‘सदा सतर्क’ से प्ररित है.

देश का पहला मिलिट्री इंटेलिजेंस स्मारक

यह देशा का पहला मिलिट्री इंटेलिजेंस स्मारक है, जहां भारतीय सेना के खुफिया विभाग के शहीदों की प्रतिमाएं हैं. इसके अलावा इस स्मारक में खुफिया विभाग में शहीदों के योगदान और उनके जुड़े संक्षिप्त विवरण दिए गए हैं.

पार्क में कई वीरों की प्रतिमाएं स्थापित

इस पार्क में कीर्ति चक्र विजेता नायक प्रताप सिंह, ब्रिगेडियर रवि दत्त मेहता, शौर्य चक्र विजेता सिपाही ओम सिंह शर्मा, नायक जंगबीर सिंह और हवलदार एस सैमी कन्नन समेत कई वीरों की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. बता दें कि इस पार्क का निर्माण सैन्य खुफिया प्रशिक्षण स्कूल और डिपो ने रोडवे सॉल्यूशंस इंडिया इंफ्रा लिमिटेड की मदद से कराया गया है.

MI स्मारक में क्या है खास

स्मारक के भीतर एक अलग प्लेटफॉर्म है. जिस पर सिमेंट और कंक्रीट से मिलिट्री इंटेलिजेंस की प्रतिज्ञा वाक्य लिखा जाएगा. यह प्लेटफॉर्म भारत के नक्शे के आकार का है. पार्क में दो खड़ी कतारों में लगी प्रतिमाएं लोगों का ध्यान आकर्षित करती हैं. स्मारक के एक छोर पर कोर का प्रतीक है. वहीं, किनारे पर अलग-अलग संरचनाओं में इसकी उपस्थिति को दर्शाने वाला एक टैंक है.

-भारत एक्सप्रेस

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