जाकिर नाइक (फाइल फोटो)
हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका को वापस ले लिया है. जाकिर नाइक की ओर से पेश वकील ने कोर्ट से कहा कि वो अपनी याचिका वापस लेकर संबंधित हाई कोर्ट में दाखिल करना चाहता है. जिसके बाद कोर्ट ने उसे याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी है.
पिछली सुनवाई में महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने जाकिर नाइक की ओर से दायर जमानत का विरोध किया था. एसजी तुषार मेहता ने कहा था कि नाइक की याचिका सुनवाई योग्य नही है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने जाकिर नाइक के वकील से पूछा था कि वह अपने मुवक्किल से पूछकर बताए कि क्या वह याचिका वापस लेना चाहता है. मामले की सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि जाकिर नाइक देश छोड़कर भाग चुका है. वह देश के कानून को नही मानता है. तो क्या वह अनुच्छेद 32 के तहत याचिका दाखिल कर सकता है.
2013 में कई राज्यों में दर्ज हुई थीं FIR
साल 2013 में भगवान गणेश पर आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते कई राज्यों में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद जाकिर नाइक ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी. सुप्रीम कोर्ट ने जाकिर नाइक की गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया था, तब से उसकी गिरफ्तारी पर लगी रोक जारी है. उस दौरान जाकिर नाइक की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, कर्नाटक और ओडिसा सरकार को नोटिस जारी कर 8 सप्ताह में जवाब देने को कहा था. इन राज्यों में जाकिर नाइक के खिलाफ साल 2012 में सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर धारा 153 A (धर्म, जाति, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाना), धारा 295 (किसी धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुचना) सहित विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किए गए थे.
पुलिस ने नहीं की ठोस कार्रवाई
बता दें कि हिंदू जनजागृति समिति और सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों ने नाइक के खिलाफ मुंबई, पुणे और पनवेल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. नाइक ने कथित तौर पर फेसबुक और यूट्यूब के जरिये हिंदुओं को चुनौती दी थी कि वे गणेश को भगवान साबित करके दिखाए. इतना ही नही नाइक के खिलाफ कई बार धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लग चुका है. लेकिन पुलिस ने कभी भी उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नही की.
नाइक पर न सिर्फ देवी देवताओं का बल्कि ईसाइयों के ईसा मसीह और सिखों के गुरु नानक का अपमान करने का भी आरोप है. नाइक इस्लाम की कट्टरपंथी वहाबी विचारधारा को मानता है और इसी का प्रचार प्रसार करता है.
-भारत एक्सप्रेस
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