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पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बनाई नई पार्टी, बिहार के 140 सीटों पर लड़ने की कर रहे तैयारी

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि आज दीपावली है और दीप जलाया जाता है. यह दीप घरों को तो रौशन करता ही है, यह दीप आशा भी जगाता है. इसलिए मैंने अपनी पार्टी का जो नाम रखा है उसका शॉर्ट में नाम ही आशा है.

आरसीपी सिंह

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश (CM Nitish Kumar)  कुमार के करीबी रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Former Minister RCP Singh) ने दीपावली के दिन गुरुवार को अपनी नई पार्टी की घोषणा की. उन्होंने इस पार्टी का नाम ‘आप सब की आवाज’ रखा है.

यह दीप आशा जगाता है

पटना में एक प्रेस वार्ता में नई पार्टी बनाने की घोषणा करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज दीपावली है और दीप जलाया जाता है. यह दीप घरों को तो रौशन करता ही है, यह दीप आशा भी जगाता है. इसलिए मैंने अपनी पार्टी का जो नाम रखा है उसका शॉर्ट में नाम ही आशा है. इसके फुल फॉर्म में पार्टी का नाम ‘आप सब की आवाज’ है.

तीन रंगों का होगा पार्टी का झंडा

उन्होंने पार्टी के झंडे की जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी का झंडा आयताकार होगा और इसमें तीन रंग होंगे. सबसे ऊपर हरा रंग होगा, बीच में पीला रंग होगा और सबसे नीचे नीला होगा. बीच में जो पीला रंग है, उसी में जब चुनाव आयोग हमें चिन्ह देगा तो वह बीच में काले रंग में अंकित होगा. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि हमारी पार्टी का संविधान अन्य पार्टियों से अलग होगा. भारतीय संविधान के प्रति शपथ लेनी होती है, जो भारतीय संविधान की मूल भावना है देश की एकता, अखंडता है. संविधान में जितनी महत्वपूर्ण भावनाएं हैं, जो सिद्धांत हैं, उसे हम लोगों ने अपनी पार्टी के संविधान में शामिल किया है.

140 सीटों पर लड़ेंगेंं चुनाव

2025 का जो चुनाव होगा उसमें हमारे जो भी साथी मजबूती से लड़ना चाहते हैं, वह चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 140 सीट पर चुनाव लड़ने के लिए हम लोग तैयारी कर रहे हैं. बिहार में 2016 से शराबबंदी हुई है फिर भी आज-कल पूरे बिहार में लोग अलग-अलग तरह से नशा कर रहे हैं. शराबबंदी से सरकार को हजारों करोड़ का नुकसान होता है.

पूर्व में रह चुके हैं आईएएस अधिकारी

आरसीपी सिंह आईएएस अधिकारी रहे हैं. आरसीपी सिंह का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से काफी करीबी रिश्ता था. वह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं. बाद में नीतीश कुमार से मनमुटाव के बाद उन्होंने भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके बाद केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी रहे.

-भारत एक्सप्रेस

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