सीने में दर्द की शिकायत के बाद प्रकाश आंबेडकर फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं.
Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस चुनाव को लेकर वंचित बहुजन आघाड़ी (Vanchit Bahujan Aghadi) के अध्यक्ष और बीआर अंबेडकर (BR Ambedkar) के पोते प्रकाश अंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से एक वीडियो पोस्ट की.
पोस्ट में उन्होंने ओबीसी समुदाय (OBC Community) के लिए इस विधानसभा चुनाव के महत्व को बताया. उन्होंने वीडियो में कहा, ‘मैं डॉक्टरों की निगरानी में हूं और मेरी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी दोनों हो चुकी है. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हैं और ये चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं, खासकर ओबीसी समुदाय के लिए. ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव के बाद ओबीसी के लिए आरक्षण बंद हो सकता है. इसलिए मैं अपील करता हूं कि वंचित बहुजन आघाड़ी के समर्थन में वोट करें.’
अस्पताल में हैं भर्ती
दरअसल, प्रकाश अंबेडकर को अचानक सीने में दर्द होने के बाद बीते 31 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अगले दिन उनकी एंजियोग्राफी की गई. फिलहाल उनकी हालत स्थिर है. बता दें कि वंचित बहुजन अघाड़ी की ओर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया था. पोस्ट में जारी एक बयान में कहा गया था कि 31 अक्टूबर की सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद पुणे के एक अस्पताल में प्रकाश अंबेडकर को भर्ती कराया गया था.
Pune, Maharashtra: Vanchit Bahujan Aaghadi President and Grandson of B. R. Ambedkar, Prakash Ambedkar was admitted to a hospital after he suddenly suffered chest pain. He underwent angiography. His condition is stable at the moment
He says, "I am under observation by the doctor,… pic.twitter.com/gQv7DxAucu
— IANS (@ians_india) November 2, 2024
2 नंवबर को वंचित बहुजन अघाड़ी की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया. इसमें प्रकाश अंबेडकर अखबार पढ़ते हुए दिखाई दिए हैं. पोस्ट में बताया गया है कि उन्हें आईसीयू (ICU) से अस्पताल के दूसरे वार्ड में ट्रांसफर किया जाएगा.
कार्यकर्ताओं का मनोबल
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वंचित बहुजन अघाड़ी मैदान में है. हालांकि, पार्टी ने किसी भी दल के साथ गठबंधन न करते हुए अकेले चुनाव में जाने का फैसला किया. शुरुआत में वंचित बहुजन अखाड़ी की महा विकास अघाड़ी के साथ सीटों को लेकर बातचीत हुई, लेकिन सीट शेयरिंग का फॉर्मूला नहीं निकलने की वजह से गठबंधन नहीं हो सका. इसलिए वंचित बहुजन अघाड़ी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया. चुनाव के बीच प्रकाश अंबेडकर की तबीयत बिगड़ने से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है. पार्टी के कार्यकर्ता चिंतित हैं कि प्रकाश अंबेडकर की अनुपस्थिति में चुनाव प्रचार कैसे होगा.
-भारत एक्सप्रेस