बांग्लादेशी घुसपैठ और उससे जुड़े मामलों में झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चल रही छापेमारी में फर्जी पासपोर्ट, जाली आधार कार्ड, अवैध हथियार सहित कई सामान बरामद किए गए हैं. ईडी ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि रांची, पाकुड़ और पश्चिम बंगाल के शहरों में चल रही छापेमारी के दौरान अचल संपत्ति के दस्तावेज, नकदी, आभूषण, प्रिंटिंग पेपर, प्रिंटिंग मशीन और आधार कार्ड बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले खाली फॉर्म बरामद किए गए हैं.
ईडी की टीमें रांची के बरियातू स्थित होटल स्काईलाइन, आश्वी डायग्नोस्टिक, बाली रिजॉर्ट और माउंटेन व्यू रिसोर्ट समेत छह ठिकानों पर मंगलवार सुबह से सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं. इसके अलावा पाकुड़ के पिरतल्ला में अल्ताफ मनक नामक व्यक्ति के घर में भी रेड चल रही है.
फर्जी दस्तावेज तैयार करने का नेटवर्क चला रहे लोग
सूत्रों के अनुसार, अवैध रूप से भारत आए बांग्लादेशी नागरिकों के ठहरने और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का नेटवर्क चला रहे लोग हवाला रैकेट से भी जुड़े हैं. रांची के बरियातू थाने की पुलिस ने जून महीने में एक होटल से बांग्लादेश की तीन लड़कियों को पकड़ा था. इनके पास न तो वीजा था, न पासपोर्ट. इन्हें कथित तौर पर देह व्यापार कराने के लिए लाया गया था. एफआईआर के अनुसार, बांग्लादेश की रहने वाली लगभग 21 साल की युवती को एक अन्य लड़की की मदद से कोलकाता लाया गया था. 31 मई की आधी रात को निजी एजेंटों की मिलीभगत से युवती जंगल क्षेत्र से अवैध रूप से बांग्लादेश सीमा पार कराई गई थी.
आगे और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं: ED
जांच में पता चला था कि बांग्लादेशियों को बगैर पासपोर्ट या नकली कागजात के जरिए पश्चिम बंगाल से लेकर झारखंड तक में घुसपैठ कराने में एक पूरा नेटवर्क सक्रिय है और इस मामले में बड़े पैमाने पर पैसे का खेल हो रहा है. पुलिस की इस एफआईआर के आधार पर ईडी ने 16 सितंबर को पीएमएलए के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हए जांच शुरू की है. ईडी के अधिकारियों का कहना है कि तलाशी अभियान अभी जारी है और आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं. फिलहाल, बरामद दस्तावेजों और सामग्री की विस्तृत जांच की जा रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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