मंगल वक्री 2025.
Mangal Vakri 2025: ज्योतिष शास्त्र में मंगल का रााशि परिवर्तन, वक्री होना और मार्गी होना खास महत्व रखता है. साहस, ऊर्जा और पराक्रम का कारक मंगल बीते 20 अक्टूबर को कर्क राशि में प्रवेश किया था. मंगल देव इस साल कर्क राशि में ही मौजूद रहेंगे. मार्गी मंगल कर्क राशि में 21 जनवरी 2025 तक रहेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है. ऐसे में आइए जानते हैं कि नए साल (2025) में किन उपायों को करना मंगलकारी रहेगा.
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है. मंगल देव साहस, ऊर्जा और पराक्रम के कारक होने के साथ-साथ ग्रहों के सेनापति भी हैं. इसके अलावा ये शक्ति, भूमि, खून और भाई के भी कारक माने गए हैं. साल 2025 में मंगल के राशि परिवर्तन का असर कई राशियों पर होगा. ऐसे में नए साल में मंगल से जुड़े कुछ खास उपाय करने से ग्रह की शुभता प्राप्त होगी.
कमजोर मंगल के लक्षण
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक, जब कुंडली में मंगल कमजोर होता है तो संबंधित जातक का आत्मविश्वास साथ नहीं देता. कुंडली में मंगल की गड़बड़ी से व्यक्ति बहुत बीमार पड़ता है. इसके साथ ही डर और भय सताता रहता है. संतान से जुड़ी समस्या उत्पन्न होने लगती है. इतना ही नहीं, कुंडली में मंगल की स्थित कमजोर होने पर खून से जुड़ी समस्या का भी सामना करना पड़ता है.
अगर खराब है मंगल तो क्या करें उपाय
कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति को अनुकूल करने के लिए प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए. मंगल को मजबूत करने के लिए हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए. किसी मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. मंगलवार के दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा अर्पित करना चाहिए. साथ ही उन्हें चमेली का तेल अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा जरुरतमंदों के बीच मसूर दाल, गुड़, टमाटर, चुकंदर इत्यादि का दान करना चाहिए.
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