Pakistan air strikes on Afghanistan: 24 दिसंबर की रात पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के बर्मल जिले में हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 15 लोगों की मौत हुई, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है. ये हमले सात गांवों में किए गए, जिसमें लमन गांव के एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई.
BIG BREAKING NEWS 🚨 Pakistan launches airstrikes inside Afghanistan. Taliban vows retaliation.
Pakistan-Afghanistan ties hit all time low.
At least five Including Children k**ed in Pakistani airstrikes in eastern Afghanistan.
Pak strikes also destroyed several homes, leaving… pic.twitter.com/yLht6ZcMvs
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) December 24, 2024
हवाई हमलों में तबाही: कौन है निशाने पर?
पाकिस्तानी जेट विमानों द्वारा किए गए इन हमलों में सबसे ज्यादा नुकसान मर्ग बाजार गांव को हुआ. अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों की निंदा करते हुए इसे “अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के खिलाफ” और “खुला आक्रमण” करार दिया. मंत्रालय ने कहा, “हम अपनी जमीन और संप्रभुता की रक्षा का अधिकार रखते हैं.”
अफगान सरकार ने दावा किया है कि हमलों में प्रभावित लोग मुख्य रूप से विस्थापित नागरिक थे, जिन्हें वजीरिस्तान से भागने के बाद इन क्षेत्रों में शरण मिली थी.
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ता हुआ
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हाल के महीनों में तनाव गहराता गया है, विशेष रूप से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के मुद्दे को लेकर. पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान तालिबान टीटीपी के आतंकियों को पनाह दे रहा है, जिन्होंने हाल ही में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमले तेज कर दिए हैं.
दूसरी ओर, अफगानिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा किए गए ये हमले नागरिकों को निशाना बना रहे हैं, न कि आतंकियों को.
डिप्लोमेटिक रिलेशंस पर प्रभाव
हवाई हमलों का समय भी चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि ये पाकिस्तान के विशेष दूत मोहम्मद सादिक की काबुल यात्रा के तुरंत बाद हुए हैं. इस यात्रा का उद्देश्य व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करना था. लेकिन इन हमलों ने दोनों देशों के संबंधों को और बिगाड़ने की संभावना बढ़ा दी है.
टीटीपी का बढ़ता खतरा और पाकिस्तान की रणनीति
टीटीपी ने नवंबर 2022 में पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम समाप्त कर दिया था और इसके बाद से उसने हमले तेज कर दिए हैं. पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि टीटीपी के नेता और लड़ाके अफगानिस्तान की सीमा में सुरक्षित ठिकाने बना रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भविष्य की संभावनाएं
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन हमलों पर ध्यान आकर्षित हो रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव पूरे क्षेत्र की स्थिरता को प्रभावित कर सकता है.
एक अनिश्चित भविष्य
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के चलते नागरिकों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है. हवाई हमले और जवाबी बयानबाजी इस बात की ओर इशारा करते हैं कि दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
-भारत एक्सप्रेस
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