खान सर ने बीपीएससी की 70वीं परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन और कथित गड़बड़ियों पर खुलकर सवाल उठाए थे. उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) पर सीट बेचने के गंभीर आरोप लगाते हुए आपत्तिजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया. इस घटना के बाद आयोग ने शनिवार शाम उनके पांच कोचिंग सेंटर्स को नोटिस भेजा. ये सेंटर्स दिल्ली के मुखर्जी नगर और करोल बाग, बिहार के बोरिंग रोड और मुसल्लपुर हाट, तथा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित हैं.
लीगल नोटिस में हुआ असली नाम का खुलासा
सोशल मीडिया पर हमेशा चर्चा में रहने वाले खान सर ने कभी भी अपने असली नाम का खुलासा नहीं किया था. उनसे कई बार इस बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने हर बार इस सवाल को टाल दिया. एक समय यह अफवाह भी उड़ी थी कि उनका नाम ‘अमित’ है. हाल ही में बीपीएससी की ओर से भेजे गए लीगल नोटिस में उनके असली नाम का जिक्र हुआ है. इस नोटिस में उन्हें फैसल खान उर्फ खान सर बताया गया है.
नोटिस में क्या कहा गया?
बीपीएससी ने नोटिस में लिखा कि फैसल खान उर्फ खान सर द्वारा की गई टिप्पणी न केवल अपमानजनक है बल्कि पूरी तरह से निराधार भी है. आयोग का आरोप है कि खान सर ने अभ्यर्थियों को उकसाया, जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हुई. आयोग ने इसे अनुचित और कानून के खिलाफ बताया है.
15 दिनों में बिना शर्त माफी मांगने का निर्देश
आयोग ने खान सर से कहा है कि उनकी टिप्पणी ने आयोग और उसके अधिकारियों की छवि को नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा, उन्होंने अफवाहें फैलाकर बीपीएससी के अभ्यर्थियों के भविष्य को खतरे में डालने का भी काम किया है. आयोग ने निर्देश दिया है कि खान सर बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगें. माफी के लिए उन्हें 15 दिनों का समय दिया गया है.
खान सर के बयान से अभ्यर्थियों में रोष
खान सर के आरोपों और बीपीएससी के इस कदम से सोशल मीडिया पर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं. उनके समर्थक इसे उनकी बेबाकी का नतीजा मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग आयोग के इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं. अब देखना यह है कि खान सर माफी मांगते हैं या फिर कोई और कदम उठाते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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