सांकेतिक तस्वीर
Ford Layoffs: दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों में इस समय मंदी के चलते कर्मचारियों की छटनी की जा रही है. टॉप कंपनियों में गिने जाने वाली गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और विप्रो में कई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता देखना पड़ा है. आईटी कंपनियों के बाद अब ऑटो सेक्टर में भी कुछ इस तरह की हलचल मचनी शुरु हो गई है.
इसे लेकर अभी से कई आटो कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. बताया जा रहा कि अमेरिका की बड़ी कार निर्माताओं में शुमार फोर्ड कंपनी जल्द ही एक बड़ी छटनी कर सकती है. कंपनी द्वारा की जा रही इस छटनी का असर यूरोप में ज्यादा पड़ेगा. इसके अलावा कई अन्य आटो कंपनिया भी छटनी कर सकती हैं.
दिग्गज अमेरिकी कंपनी फोर्ड में हो सकती है 3,200 कर्मचारियों की छटनी
कार निर्माता कंपनी फोर्ड पूरे यूरोप में 3,200 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है. इसके अलावा ही कंपनी की योजना में अपने कुछ प्रोडक्ट डेवलेपमेंट वर्क को अमेरिका में शिफ्ट करना भी शामिल है.
इन विभागों में होगी छटनी
मिली जानकारी के मुताबिक, Ford कंपनी डेवलेपमेंट वर्क में 2,500 और एडमिन डिपार्टमेंट में 700 कर्मचारियों को निकालना चाहती है. कंपनी की इस छंटनी में सबसे अधिक जर्मनी के लोग प्रभावित होंगे.
यूरोप में कंपनी ने दिया इतने लोगों को रोजगार
अमेरिकी कार निर्माता कंपनी फोर्ड कंपनी यूरोप में लगभग 45,000 लोगों को रोजगार देती है. नए उत्पाद के तौर पर कंपनी अब कार के 7 नए इलेक्ट्रिक मॉडल लाने की तैयारी में है. इसके लिए फोर्ड कंपनी जर्मनी और तुर्की में मैन्युफेक्चरिंग साइट की योजना बना रही है.
इसे भी पढ़ें: Microsoft: आने वाला है माइक्रोसॉफ्ट का नया AI मॉडल VALL-E, मात्र 3 सेकेंड में निकाल सकता है किसी की भी आवाज
आईटी कंपनिया कर चुकी हैं इतनी छटनी
दिग्गज आईटी कंपनिया गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में 22 हजार कर्मचारियों को निकाला है. बुरे दौर से गुजर रही इन आईटी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया था. छंटनी की पूरी जिम्मेदारी गूगल के सीईओ और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने ली थी.इनसे पहले अमेजॉन, नेटफ्लिक्स और सेल्सफॉर्स समेत कई कंपनियों ने खराब आर्थिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.