पाकिस्तान में बाढ़ कहर बरपा रही है।अनुमान के मुताबिक 70 फीसदी मुल्क सैलाब में डूब गया है जिससे करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है..साथ ही खड़ी फसलें तबाह हो गयी हैं..इसके चलते पूरी पाकिस्तान में सब्जियों की भारी किल्लत हो रही है ।हालात बहुत ही गंभीर है।
बाढ़ और लगातार मॉनसून की बारिश के बीच सब्जियों की आसमान छूती कीमतों को देखते हुए लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने मंगलवार को सरकार से वाघा सीमा के रास्ते भारत से सब्जी आयात की अनुमति देने की मांग की है। एलसीसीआई के अध्यक्ष नौमान कबीर ने सरकार से भारत से सब्जियों के आयात की अनुमति देने का आग्रह किया ताकि इसकी कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।
उन्होंने कहा, हाल की बाढ़ ने देशभर में टमाटर, प्याज, आलू और अन्य सब्जियों की फसलों को नष्ट कर दिया है। संकट अगले तीन महीनों तक बने रहने की उम्मीद है।सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में सब्जियों का संकट और गहरा सकता है।
वाघा बॉर्डर के जरिए भारत से पाकिस्तान तक सब्जियां पहुंचाने में कुछ दिन लगेंगे।देशभर में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ के बीच किराना विक्रेता मुनाफाखोरी पर उतर आये हैं और उपभोक्ताओं से बहुत ज्यादा कीमत वसूल रहे हैं, जिससे सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं।
व्यापारी ऐसे समय में भारी मुनाफा कमा रहे हैं जब लगातार मॉनसून की बारिश से मरने वालों की संख्या 1,100 के आंकड़े को पार कर गई है और देश की अर्थव्यवस्था को तकरीबन 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।
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