केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को कहा कि आने वाले दिनों में हवाई अड्डों में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है. सिंधिया ने यह भी कहा कि सरकार के पास हवाईअड्डों और मेट्रो के विस्तार की विस्तृत योजना है. सिंधिया ने एएनआई से विशेष रूप से बात करते हुए कहा, “पिछले 65 वर्षों में, हमारे पास भारत में 74 हवाई अड्डे थे. पिछले 9 वर्षों में, हमने अतिरिक्त 74 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और जल हवाई अड्डे बनाए हैं. हम इसे दोगुना करके 148 कर देंगे और हम अगले 4 वर्षों में यह संख्या 200 से अधिक हो जाएगी. निजी और सरकारी क्षेत्रों को मिलाकर, हम हवाई अड्डों पर 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहे हैं.
हमने निजी क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र सहित निवेश के लिए एक योजना बनाई है, हमारी एक योजना है जो केवल हवाई अड्डे के क्षेत्र में लगभग एक लाख करोड़ की है. इसके साथ ही, हमारे छह महानगरों की थ्रूपुट क्षमता, जो हमारे पास है 22 करोड़ प्रति वर्ष है, अगले चार वर्षों के भीतर, हम हमें 42 करोड़ तक ले जाएंगे और इसमें जेवर और नवी मुंबई हवाईअड्डे भी शामिल हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत में एयरलाइंस भी अपनी क्षमता बढ़ा रही हैं.
नागरिक उड्डयन क्षेत्र में हमारे पास विशाल और दृढ़ योजनाएं हैं , एयरलाइंस भी अपनी क्षमता बढ़ा रही हैं, एयर इंडिया ने 470 के लिए ऑर्डर दिए हैं, लगभग 420 छोटे आकार के विमान हैं और 50 चौड़े आकार के विमान हैं. भारत का झंडा भी विश्व स्तर पर स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा इससे पहले आज नौ साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि इस अवधि के दौरान भारत की छवि “औपनिवेशिक से आत्मनिर्भर” में बदल गई है.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.