राजकुमार जैन, स्वतंत्र लेखक और विचारक
स्वतंत्र लेखक और विचारक
भारत एक्सप्रेस
डेटा इज किंग : डेटा AI क्रांति का बादशाह
जब से मानव प्रजाति ने इस धरती पर कदम रखा है बदलाव ही स्थायी है और बदलाव से तालमेल बैठाना एक निरंतर प्रक्रिया है.
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आसन्न खतरे और अंतर्राष्ट्रीय नियामक आयोग की आवश्यकता
व्यापक डिजिटल बदलाव के चलते दुनिया भरोसेमंद एआई को अपनाने को तैयार हो रही है और अब तक सामने आए एआई के प्रयोगों ने लोगों का भरोसा जीता है ।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा दुनिया का अंत या इसके सहारे दुनिया जीतने की लालसा
एआई की महत्ता का बखान करने में यह प्रमुखता से बताया जाता है कि एआई के आने से गलत सूचनाए फैलने लगी है जो सृष्टि को गलत दिशा में ले जा सकती है।
डिजिटल भरोसा, डिजिटल बाजार की नई वैश्विक मुद्रा
डिजिटल भरोसे की विश्वसनीयता का निर्माण करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सुरक्षा तकनीकों का उपयोग किया जाना चाहिए, ये सुरक्षा तकनीकें सुनिश्चित करती हैं कि उपयोगकर्ता के डेटा और गोपनीयता को संरक्षित रखा जाए।
चैट-जीपीटी का नया अवतार विजुअल-जीपीटी
यह तकनीक कृत्रिम बुद्धिमत्ता और कंप्यूटर विज़न एल्गोरिदम के उपयोग के माध्यम से संभव बनाई गई है जो वस्तुओं और उनकी विशेषताओं को पहचान सकती है।