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HDFC जुटाएगी ₹8000 Cr, जानें कहां होगा इस रकम का इस्तेमाल

रेगुलेटरी फाइलिंग से पता चला है कि कंपनी ये पैसा बॉन्ड के जरिए जुटाने जा रहा है. HDFC इन बॉन्ड्स को प्राइवेट प्लेसमेंट बेसिस पर लाएगा.

HDFC bonds

प्रतीकात्मक तस्वीर

एचडीएफसी ( HDFC ) 8000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रहा है. रेगुलेटरी फाइलिंग से पता चला है कि कंपनी ये पैसा बॉन्ड के जरिए जुटाने जा रहा है. HDFC इन बॉन्ड्स को प्राइवेट प्लेसमेंट बेसिस पर लाएगा . ये खबर इसलिए जरूरी हो जाती है क्योंकि फिलहाल एचडीएफसी ( HDFC )  का एचडीएफसी बैंक के साथ मर्जर होने वाला है.  हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (HDFC) ने इसकी जानकारी रेगुलेटरी फाइलिंग में दी है.

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क्या होगा इश्यू का साइज-

कंपनी 3000 करोड़ रुपए बेस साइज के अनसिक्योर्ड रिडिमेबल नॉन कंवर्टिबल डिबेचर्स लाएगी और ओवर सब्सिक्रिप्शन की सूरत में 5000 करोड़ रूपए के एक्स्ट्रा बांड्स भी लाए जा सकेंगे. आपको मालूम हो कि सोमवार 15 मई को ये बॉंड इश्यू बंद कर दिया गया है और साथ ही साथ इस पर सालाना 7.70 का कूपन फिक्स किया गया है. आपको मालूम हो कि कूपन बॉंड्स पर दिया जाने वाला ब्याज होता  है. जो सालाना दर से चुकाया जाता है साथ ही इसको डेट इश्यू से लेकर मैच्योरिटी के टाइम पीरियड तक चुकाया जाता है.

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जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि HDFC से जुड़ी ये कबर इसलिए बड़ी है क्योंकि कंपनी का HDFC BANK के साथ विलय होने वाला है. उम्मीद की जा रही है कि जून 2023 तक ये मर्जर पूरा हो जाएगा. इस मर्जर के बाद से HDFC बैंक के कर्जदाता से लेकर जमाधारकों तक के लिए कई बदलाव होंगे. आपको मालूम हो कि HDFC बैंक के पास फिलहाल 21 लाख से ज्यादा जमाधारक हैं. बड़ी बात ये है कि मर्जर का असर इन सभी पर होगा. दरअसल मर्जर के बाद कई नियमों में बदलाव होगा जिसका सीधा असर ग्राहकों पर पड़ेगा. लोन लेने वाले ग्राहकों से लेकर सेविंग अकाउंट, सैलरी अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट वाले कस्टमर्स के ऊपर भी इसका असर देखने को मिलेगा.

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