भारतीय फिनटेक उद्योग में डिजिटल पेमेंट्स, ब्लॉकचेन नवाचारों और ओपन बैंकिंग सिस्टम्स के तेजी से अपनाने के चलते रोजगार के अवसरों में 7.5% की वृद्धि होने की संभावना है. यह जानकारी गुरुवार को एक रिपोर्ट में दी गई. बैंकिंग उद्योग में रोजगार में 7.3% की शुद्ध वृद्धि देखी गई है, जिसका श्रेय नियामक पहलों को दिया जा रहा है. वहीं, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFCs) भी steady विकास दिखा रही हैं, जहां रोजगार में 5.1% की शुद्ध वृद्धि दर्ज की गई है. यह जानकारी TeamLease Staffing की नवीनतम रिपोर्ट में दी गई.
डिजिटल परिवर्तन, बदलते नियामक परिदृश्य और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई पहलों के चलते 2024 में भी रोजगार वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है. TeamLease के वाइस प्रेसिडेंट और बिज़नेस हेड, कृष्णेंदु चटर्जी ने कहा, “हमने भारत में कार्यबल के बदलाव का एक महत्वपूर्ण मोड़ देखा है. संख्याओं से परे, जो चीज प्रमुख है, वह है प्रौद्योगिकी अपनाने और कार्यक्षमता के बीच बढ़ती पारस्परिक निर्भरता.”
उद्योग अब केवल headcount को पूरा करने के लिए भर्ती नहीं कर रहे हैं, बल्कि विकसित होते व्यवसाय मॉडल्स के साथ workforce skills को रणनीतिक रूप से जोड़ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, “क्लाउड एडॉप्शन, AI और IoT इंटीग्रेशन में तेजी न केवल व्यवसायों के संचालन के तरीके को बदल रही है बल्कि ज़रूरी भूमिकाओं और कौशल को भी फिर से परिभाषित कर रही है. ये प्रवृत्तियां workforce growth को अधिक qualitative बना रही हैं, जहां उत्पादकता, नवाचार और अनुकूलता विस्तार जितने ही महत्वपूर्ण हैं.”
बैंक अब compliance, डिजिटल प्रोडक्ट मैनेजमेंट और AI-सक्षम फ्रॉड डिटेक्शन जैसे क्षेत्रों में भर्ती को प्राथमिकता दे रहे हैं ताकि अधिक डिजिटल-केंद्रित सेवाओं की ओर संक्रमण किया जा सके और पारंपरिक बैंकिंग प्रथाओं को बनाए रखा जा सके. लगभग 63% NBFCs ने संकेत दिया है कि वे नए नियामक मानकों का पालन करने और अपने डिजिटल लेंडिंग ऑफरिंग को मजबूत करने के लिए अपनी रणनीतियों को समायोजित करते हुए और विस्तार करेंगे.
रिपोर्ट में कहा गया, “क्रेडिट रिस्क एनालिस्ट, डिजिटल लेंडिंग मैनेजर्स और कंप्लायंस एक्सपर्ट्स जैसे पदों की मांग में वृद्धि हो रही है, क्योंकि NBFCs अपनी डिजिटल क्षमताओं को मजबूत करते हुए अंडरबैंकड क्षेत्रों में विस्तार कर रहे हैं.” वहीं, बीमा क्षेत्र में शुद्ध रोजगार वृद्धि 2.0% की दर से अधिक मामूली दिख रही है, लेकिन यह क्षेत्र AI, बिग डेटा एनालिटिक्स और इंसुरटेक नवाचारों का उपयोग जोखिम मॉडलिंग, वितरण रणनीतियों और ग्राहक अनुभव सुधार के लिए कर रहा है.
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रिपोर्ट में बताया गया कि भर्ती मुख्य रूप से एक्चुरियल एक्सपर्ट्स, डेटा साइंटिस्ट्स और ग्राहक अनुभव प्रबंधकों जैसे पदों पर केंद्रित है, क्योंकि उद्योग नई तकनीकों को अपनाकर दक्षता और बाजार में पैठ बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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