प्रतीकात्मक तस्वीर
Maruti business Plan : देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) 10 लाख वाहनों की उत्पादन क्षमता वाले एक नए प्लांट की शुरूआत करने वाली है. निर्यात की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी ने ये फैसला किया है. Maruti Suzuki India के चेयरमैन आर सी भार्गव ने मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद इसस बात की जानकारी दी. उन्होने इस प्लांट के बारे में बात करते हुए बताया कि ये प्लांट हरियाणा के सोनीपत में निर्माणाधीन संयंत्र से अलग स्थापित किया जाएगा.
यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि कंपनी ने प्लांट की कैपासिटी का तो खुलासा किया है लेकिन अभी तक इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि कंपनी किसना निवेश करेगी और ये प्लांट कहां लगाया जाएगा. कंपनी का कहना है कि बाजार की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस प्लांट को स्टेप बाई स्टेप स्थापित किया जाएगा.
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मारुति कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में करीब 8,000 करोड़ रुपये का केपेक्स खर्च करने का लक्ष्य रखा है. वहीं अगर बात करे कंपनी के वित्तीय हालात की तो मार्च, 2023 के अंत में कंपनी के पास करीब 45,000 करोड़ रुपये की नकदी थी. मारुति फिलहाल करीब 11,000 करोड़ रुपये की लागत से सोनीपत के खरखोदा में अपना नया प्लांट लगा रही है. खरखोदा प्लांट की क्षमता 2.5 लाख वाहन बनाने की है. खरखोडा प्लांट के 2025 तक तैयार होने की उम्मीद है.
कंपनी ने क्यों लिया फैसला –
भार्गव ने कहा कि हमने सुजुकी के साथ मिलकर अगले आठ साल में आने वाली एक्पेक्टेड डिमांड का कैलकुलेशन किया. जिसके बाद हमें खरखोदा प्लांट की पूरी क्षमता के इस्तेमाल होने की उम्मीद है. ऐसे में हमने 10 लाख वाहनों की अतिरिक्त उत्पादन क्षमता के लिए ये नया प्लांट लगाने का फैसला लिया है.
कार मॉडल्स के बारे में बात करते हुए भार्गव ने बताया कि कंपनी वर्ष 2030 तक अपने पोर्टफोलियो में 6 इलेक्ट्रिक मॉडल जोड़ने का टारगेट लेकर चल रही है. इनमें से ज्यादातर मॉडल SUV सेगमेंट में होंगे.