प्रतीकात्मक तस्वीर
To make Digital Transaction More Safe : सरकार डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए अब तक की कदम उठा चुकी है. परिणाम ये है कि हमारे देश में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में काफी इजाफा हुआ है., लेकिन इसके साथ ही साथ फाइनेशियल फ्रॉड्स की संख्या भी बढ़ी है. दरअसल देश में एक बड़ी आबादी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ( Digital Transaction ) को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं रखती है. ऐसे में फ्रॉड्स को अंजाम देना काफी आसान हो जाता है. आपको मालूम हो कि हाल ही में मैक्स इंश्योरेंस के पॉलिसी होल्डर्स के साथ बड़ा फ्रॉड हुआ था. इस फ्रॉड में 2.38 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई थी. हालांकि दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस ने इस मामले में 3 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अगे ऐसी वारदात न हो इसे सरकार सुनिश्चित करना चाहती है.
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अब जबकि देश में 5G का रोलआउट हो चुका है. ऐसे में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन ( Digital Transaction ) में और भी ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है. यही वजह है कि सरकार भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन ( Digital Transaction ) को लेकर हो रहे फ्रॉड्स को लेकर सजग हो गई है और इन्हे रोकने के लिए तरह-तरह के प्रयास किये जा रहे है. इसी को लेकर 3 मई को एक अहम बैठक होने वाली है. बैठक में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को कैसे और कितना फ्रॉड प्रूफ बनाया जाए, इस पर चर्चा होगी. सरकार ये सारी कवायद आम आदमी को फ्रॉड का शिकार ना बनने और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन ( Digital Transaction ) के बिजनेस पर कोई असर ना पड़े.
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कौन कौन होगा शामिल-
3 मई को होने वाली इस बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि, इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA), नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
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