PLFS Report ( प्रतीकात्मक तस्वीर)
PLFS Report: सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, शहरी बेरोजगारी दर जनवरी से मार्च 2023 की तिमाही में और गिर गई है. इससे पता चलता है कि श्रम बाजार कोरोना महामारी के बाद रिकवरी की राह पर है. रिपोर्ट में बताया गया है कि शहरी एरिया में बेरोजगारी दर घट कर 6.8 फीसदी रह गई है. बता दें कि पिछली दो तिमाहियों में बेरोजगारी दर 7.2% और जनवरी-मार्च 2022 तिमाही में 8.2% थी. वहीं COVID-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण अप्रैल से जून 2020 की तिमाही में ये 20.8% की रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी.
15 वर्ष से अधिक आयु वाले पुरुषों की बेरोजगारी दर में कमी
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी पीएलएफएस के आंकड़ों के अनुसार, तिमाही के दौरान पुरुषों और महिलाओं के लिए रोजगार के रुझान में अंतर जारी रहा है. जनवरी से मार्च 2023 की तिमाही में शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में बेरोजगारी दर अक्टूबर से दिसंबर 2022 की तिमाही में 6.5% की तुलना में 6% कम थी.
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पिछले साल थी सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर
बेरोजगारी दर पिछले साल जनवरी-मार्च तिमाही में सबसे ज्यादा थी और इसका मुख्य कारण कोरोना के बाद लगा लॉकडाउन था, जिनका असर कामकाज पर पड़ा. रोजगार की संख्या घट गई. सर्वेक्षण के मुताबिक, बेरोजगारी दर पिछले साल जुलाई-सितंबर और अक्टूबर-दिसंबर में 7.2 फीसदी थी, वहीं अप्रैल-जून, 2022 में यह 7.6 फीसदी पर थी.
बता दें कि 18वें श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में बेरोजगारी दर अप्रैल- जून, 2022 में 7.6 फीसदी थी. आंकड़ों से पता चलता है कि शहरी क्षेत्रों में महिलाओं (15 साल और उससे अधिक) में बेरोजगारी दर जनवरी-मार्च, 2023 में घटकर 9.2 फीसदी पर आ गयी जो एक साल पहले इसी तिमाही में 10.1 फीसदी थी.
-भारत एक्सप्रेस