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SEBI ने गुंजन वर्मा पर लगाया जुर्माना, बगैर रजिस्ट्रेशन इनवेस्टमेंट एडवाइस देने की वजह से उठाया कदम

कुछ दिनों पहले रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर्स ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि उन्हें एडवाइस देने के लिए कई नियमों का ध्यान रखना होता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

SEBI Imposed Penalty on Fin influencer : SEBI ने बिना रजिस्ट्रेशन के फाइनेंशियल एडवाइस देने के कारण गुंजन वर्मा पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. बताया जाता है कि वो 2018 से फाइनेंशियल एडवाइज दे रही थी, लेकिन रजिस्ट्रेशन  न होने की वजह से सेबी ने इसे नियमों में उल्लंघन पाया और इसी वजह से गुंजन पर जुर्माना लगाया गया है. जुर्माना लगाने के साथ-साथ सेबी ने गुंजन को क्लाइंट्स से ली हुई पूरी फीस वापस करने का भी आदेश दिया है.

हाल के दिनों में सेबी अनरजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर्स को लेकर काफी सख्त हुई है. गुजन से पहले फाइनेंस इंफ्लूएंसर पी. आर. सुंदर पर सेबी ने जुर्माना लगाते  हुए उन्हें एक साल के लिए ट्रेडिंग से बैन कर दिया था.

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कुछ दिनों पहले रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर्स ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि उन्हें एडवाइस देने के लिए कई नियमों का ध्यान रखना होता है. जबकि फिन इनफ्लूएंसर्स ( Finance Influencers ) बिना किसी रोक-टोक के धड़ल्ले से सलाहें देते हैं. इस तरह की शिकायतों के बाद सेबी ने अपना रूख सख्त करते हुए  फाइनेंस इंफ्लूएंसर्स पर नजर रखनी शुरू की. ताकि निवेशकों को फोन पर मिलने वाली सलाहों में कमी लाई जा सके इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये लोग भी सभी नियमों का पालन करते हुए नियमों के दायरे में काम कर रहे हैं.

सरकार भी जता चुकी है चिंता- फाइनेंस इंप्लूएंसर्स को लेकर सरकार भी चिंता व्यक्त कर चुकी है. साथ ही लोगों को इनसे सतर्क रहने का आदेश दिया जा चुका है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने इसी साल अप्रैल में एक प्रेस कांफ्रेंस में फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स (Financial Influencers) पर अपनी चिंता जाहिर की थी. उन्होंने कहा कि अगर आप अपने पैसे बचाना चाहते हैं कि तो किसी की भी सलाह पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं करें. कहीं भी पैसे लगाने से पहले खुद अच्छे से रिसर्च करें. उन्होंने बाद में इसे लेकर ट्वीट भी किया था. ट्वीट करते हुए उन्होने लिखा, अगर 3-4 लोग हमें सही सलाह दे रहे हैं, तो 10 में से 7 ऐसे भी लोग हैं जिनका उद्देश्य वास्तव में कुछ और है. उनका कहने का मतलब था कि ज्यादातर सलाहें लोग अपने फायदे के लिए दे रहे हैं तो ऐसे में इस तरह के एडवाइस को मानने से पहले  सोशल इन्फ्लुएंसर्स और फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स की सलाह को क्रॉसचेक करें.

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