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अमिताभ बच्चन की ठुकराई वो फिल्म जिससे रातोंरात सुपरस्टार बन गए थे विनोद खन्ना, बनी करियर की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर

Amitabh Bachchan Rejected This Film: बॉलीवुड के मशहूर एक्टर फिरोज खान ने अपनी फिल्मी करियर में कई ऐसे किरदार निभाए हैं जो सफल हो गए. अपनी एक्टिंग के साथ-साथ डायरेक्शन के लिए भी फिरोज खान जाने जाते थे. वो साल 1980 में एक फिल्म बनाना चाहते थे. जिसमें वो अमिताभ बच्चन को कास्ट करना चाहते थे.

मगर बिग बी ने उस फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया था जिसके बाद वो विनोद खन्ना को मिल गई. इस फिल्म ने विनोद खन्ना को रातोंरात सुपररस्टार बना दिया था. ऐसे में आइए आपको बताते हैं आखिर हम किस मूवी की बात कर रहे हैं.

विनोद खन्ना ने कई उतार-चढ़ाव देखे

विनोद खन्ना ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. वहीं उनके जीवन में एक समय वह भी था जहां उन्होंने एक्टिंग छोड़ आध्यात्म को चुना. इसके बाद जब उन्होंने अपने फिल्मी करियर में शुरुआत की तो मानों उन्होंने इतिहास ही रच दिया था. विनोद ने अमिताभ की ठुकराई गई फिल्म से अरने करियर दोबारा बना लिया था.

अमिताभ बच्चन ने ठुकाई ये फिल्म

70 के दशक में अमिताभ बच्चन की फिल्में सबसे ज्यादा हिट हो रही थीं उन्हें हिट मशीन कहा जाने लगा था. समय की समी की वजह से अमिताभ बच्चन ने कई हिट फिल्मों का ऑफर ठुकरा दिया था जिसमें ‘कुर्बानी’ फिल्म भी शामिल है. फिरोज खान अमिताभ बच्चन को लेकर फिल्म ‘कुर्बानी’ बनाना चाहते थे लेकिन उनके पास डेट्स की कमी थी. फिरोज खान ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहते थे और उन्होंने इस फिल्म के लिए विनोद खन्ना को साइन कर लिया.

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इस फिल्म ने रातों रात बनाया सुपरस्टार

फिल्म ‘कुर्बानी’ साल 1980 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने विनोद खन्ना के करियर की सबसे शानदार और सुपरहिट फिल्म बनी जिसने उन्हें सुपरस्टार बना दिया. फिल्म को फिरोज खान ने डायरेक्ट किया था और इसमें विनोद खन्ना, जीनत अमान, अमजद खान, शक्ति कपूर, अरुणा ईरानी, अमरीश पुरी और कादर खान लीड रोल में नजर आए थे.

रिलीज के बाद कुर्बानी को ब्लॉकबस्टर घोषित कर दिया गया था. 1980 में इस फिल्म ने सबसे ज्यादा कमाई की थी. 2.5 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 25 करोड़ का कलेक्शन किया था. आज भी अमिताभ बच्चन को इस फिल्म को न करने का दुख होता है.

जब सन्यासी बन गए थे विनोद खन्ना

कई सुपरहिट फिल्म देने के बाद विनोद खन्ना ओशो से जुड़े इस बीच विनोद खन्ना का ह्रदय परिवर्तन होने लगा था. वह ओशो से ऐसे इंस्पायर हुए थे कि उन्होंने आश्रम में 5 साल गुजार दिए. इस बीच विनोद खन्ना अपने सुपरस्टार वाली लाइफ से हट गए. 1987 में विनोद खन्ना ने फिर से फिल्मों में वापसी की. इस बीच उन्होंने दयावान और इंसाफ जैसी कई फिल्मों में काम किया.

-भारत एक्सप्रेस 

Akansha

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