विक्रांत मैसी (फाइल फोटो).
फिल्म “द साबरमती रिपोर्ट (The Sabarmati Report)” में मुख्य भूमिका निभा रहे अभिनेता विक्रांत मैसी (Vikrant Massey) ने हाल ही में अपने एक बयान को लेकर विवाद उत्पन्न कर दिया है. मैसी ने शुभांकर मिश्रा के शो पर कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत में मुसलमान खतरे में हैं. उन्होंने कहा, “मैं पहले भाजपा का आलोचक था. लेकिन जब मैंने देशभर की यात्रा की, तो मुझे लगा कि हालात उतने बुरे नहीं हैं जितना दिखाया जा रहा है. देश में मुसलमान खतरे में नहीं हैं.”
विक्रांत मैसी ने यह भी बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकियां मिली हैं. लेकिन वे चिंतित नहीं हैं, क्योंकि उनकी आने वाली फिल्म “द साबरमती रिपोर्ट” पूरी तरह तथ्यों पर आधारित है. यह फिल्म 2002 में गोधरा ट्रेन कांड और उसके बाद हुई घटनाओं पर आधारित है. इस थ्रिलर ड्रामा में वे एक स्थानीय पत्रकार का किरदार निभा रहे हैं, जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. फिल्म को एकता आर कपूर ने प्रोड्यूस किया है और धीरज सरना ने इसका निर्देशन किया है. इसमें रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगी.
फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में मैसी ने कहा, “मुझे धमकियां मिल रही हैं, लेकिन मैं इन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा हूं. हम एक टीम के रूप में इनसे निपट रहे हैं. हम कलाकार हैं, और हमारा काम कहानियाँ सुनाना है. यह फिल्म पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित है. दुर्भाग्यवश आपने फिल्म नहीं देखी है, इसलिए इसे देखकर कोई पूर्वधारणा नहीं बनानी चाहिए.”
यह सिर्फ एक पहलू नहीं है
जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने इस कहानी पर आधारित फिल्म में काम करने का निर्णय क्यों लिया, जबकि कहानी के कई पहलू हैं, तो एकता कपूर ने मैसी की ओर से इस सवाल का जवाब दिया. कपूर ने कहा, “यह सिर्फ एक पहलू नहीं है, बल्कि पहला पहलू है. हम इसके अन्य पहलुओं को नजरअंदाज किए बिना इस घटना की उत्पत्ति को सामने ला रहे हैं. दुर्भाग्यवश, इस पहलू को पर्याप्त रूप से रिपोर्ट नहीं किया गया है.”
मैं किसी भी धर्म के बारे में कुछ गलत नहीं कहूंगी
जब कपूर से पूछा गया कि क्या यह फिल्म सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दे सकती है, तो उन्होंने इसे “सामाजिक टिप्पणी” करार दिया. उन्होंने कहा कि वह एक हिंदू हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह किसी धर्म विशेष के प्रति असंवेदनशील हैं. “मैं किसी भी धर्म के बारे में कुछ गलत नहीं कहूंगी. मुझे सभी धर्मों से प्यार है. आपको फिल्म देखनी चाहिए. साथ ही, मैं अपराधियों के नाम लूंगी, लेकिन बिना किसी धर्म का उल्लेख किए. यह एक कहानीकार की खूबसूरती है,” उन्होंने कहा.
राजनीतिक प्रभाव का योगदान नहीं
कपूर ने यह भी स्पष्ट किया कि इस फिल्म के निर्माण में किसी राजनीतिक प्रभाव का योगदान नहीं है. यह फिल्म 2002 में गोधरा स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 कोच में आग लगने की घटना और उसके बाद हुए सांप्रदायिक दंगों पर आधारित है. इस घटना में 59 लोग मारे गए थे, जिसके बाद गुजरात में भयानक दंगे हुए, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश मुस्लिम समुदाय से थे. कपूर ने कहा, “मैंने किसी राजनेता से समर्थन नहीं लिया है. मेरा किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है.”
लुटेरा फिल्म से मिला था पहला बड़ा ब्रेक
विक्रांत मैसी, जो हाल ही में फिल्म “12वीं फेल” की सफलता के बाद चर्चा में आए, ने कहा कि एकता कपूर ने उन्हें 2013 में “लुटेरा” फिल्म से पहला बड़ा ब्रेक दिया था. उन्होंने बताया कि यह उनके साथ मिलकर की गई आठवीं परियोजना है, और इस बार यह और भी खास है. “मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर गर्व महसूस करता हूं. हम जो कुछ भी कह रहे हैं, मैं उससे सहमत हूं. इस फिल्म में होना मेरे लिए गर्व की बात है,” मैसी ने कहा.
राजनीतिक ढांचे को रातोंरात बदल दिया
अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमलों और गोधरा की घटना की तुलना करते हुए मैसी ने कहा, “यह हमारा 9/11 था जिसने हमारे सामाजिक-राजनीतिक ढांचे को रातोंरात बदल दिया.” शोभा कपूर, अमूल वी मोहन, और अंशुल मोहन द्वारा निर्मित “द साबरमती रिपोर्ट” 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.
–भारत एक्सप्रेस