
सपा नेता अबू आजमी.
Abu Azami On Aurangzeb: औरंगजेब को लेकर विवादित बयान के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया है. उन्हें मौजूदा सत्र के लिए सस्पेंड किया गया है.
विधानसभा परिसर में जाने पर रोक
महाराष्ट्र के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सदन के पटल पर अबू आजमी के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने पारित कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक, इस सत्र के दौरान अबू आसिम आजमी के विधानसभा परिसर में घुसने पर भी पाबंदी रहेगी.
इससे पहले मंगलवार को अबू आजमी के औरंगजेब की तारीफ वाले बयान का मुद्दा महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में गूंजा. उनके इस बयान को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के सदस्यों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आजमी को विधानसभा से निलंबित करने की मांग की थी. इसके साथ ही, उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग की गई. समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब वाले बयान पर सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया.
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बयान पर पेश की सफाई
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है. औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है. मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है. लेकिन, फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं.”
अखिलेश ने दी प्रतिक्रिया
औरंगजेब पर बयान देने के कारण महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी को विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित किए जाने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा. हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेख़ौफ़ दानिशमंदी बेमिसाल है. कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की ज़ुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच का बचपना है.”
अबू आजमी ने क्या कहा था?
दरअसल, सोमवार को सपा नेता अबू आजमी ने मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ की थी. अबू आजमी ने कहा था, “औरंगजेब इंसाफ पसंद बादशाह था. उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना. मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं. औरंगजेब के समय में राजकाज की लड़ाई थी, धर्म की नहीं थी, हिंदू-मुसलमान की लड़ाई नहीं थी. औरंगजेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया. औरंगजेब को लेकर गलत इतिहास दिखाया जा रहा है.”
-भारत एक्सप्रेस
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