केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में पहली बार एक सर्व-महिला रिजर्व बटालियन के गठन को मंजूरी दी है. इस नई इकाई में 1,000 से अधिक महिला कर्मी शामिल होंगी और इसका उद्देश्य देश भर के हवाई अड्डों और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर बढ़ती सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करना है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस सप्ताह इस बटालियन के गठन की औपचारिक मंजूरी जारी की है, जो 1,025 महिला कर्मियों की होगी और इसका नेतृत्व एक वरिष्ठ कमांडेंट करेंगे. नई दिल्ली स्थित CISF मुख्यालय में इस बटालियन के लिए भर्ती प्रक्रिया और विशेष प्रशिक्षण की तैयारी भी शुरू हो चुकी है.
अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ से पोस्राट करते हुए अमित शाह ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के मोदी जी के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाते हुए मोदी सरकार ने CISF की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है.
“एक विशिष्ट सैन्य टुकड़ी के रूप में गठित की जाने वाली महिला बटालियन देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे हवाई अड्डों और मेट्रो रेल की सुरक्षा और कमांडो के रूप में वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी संभालेगी. यह निर्णय निश्चित रूप से राष्ट्र की रक्षा के महत्वपूर्ण कार्य में भाग लेने के लिए अधिक महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगा.”
In a firm step towards realizing Modi Ji’s vision of enhancing women’s participation in every field of nation-building, the Modi government has approved the establishment of the first all-women battalion of the CISF.
To be raised as an elite troop, the Mahila Battalion will… pic.twitter.com/AHJWKsG0Xa
— Amit Shah (@AmitShah) November 13, 2024
दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण
इस बटालियन को CISF की मौजूदा ताकत में जोड़ दिया जाएगा, जो इस समय लगभग दो लाख कर्मियों की है. इसे वीआईपी सुरक्षा, हवाई अड्डे की सुरक्षा और दिल्ली मेट्रो रेल जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा जिम्मेदारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा.
वर्तमान में CISF में 12 रिजर्व बटालियन हैं, जिन्हें अक्सर अस्थायी और स्थायी कार्यों के लिए, जैसे चुनाव ड्यूटी या संसद भवन जैसी संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा के लिए तैनात किया जाता है.
1969 में हुई थी CISF की स्थापना
1969 में स्थापित CISF में महिला कर्मियों की एक मजबूत उपस्थिति है, विशेष रूप से 68 नागरिक हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो और ताजमहल व लाल किला जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर. CISF ने औपचारिक रूप से एक सर्व-महिला रिजर्व बटालियन की जरूरत को उठाया था, और हाल ही में गृह मंत्रालय ने इसे मंजूरी दी है. इसके अलावा CISF परमाणु और एयरोस्पेस क्षेत्रों में संवेदनशील प्रतिष्ठानों और प्रमुख निजी क्षेत्र की सुविधाओं, जैसे बेंगलुरु और पुणे में इंफोसिस के कार्यालयों और गुजरात के जामनगर में रिलायंस रिफाइनरी की सुरक्षा के लिए आतंकवाद-रोधी सुरक्षा प्रदान करता है.
–भारत एक्सप्रेस