योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट
Delhi: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवानों के प्रदर्शन का आज चौथा दिन है. वहीं इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट का भी सख्त रुख देखने को मिला है. कोर्ट ने अब नोटिस भेजकर दिल्ली पुलिस से इस मामले में अब तक FIR दर्ज नहीं होने पर जवाब मांगा है. बृजभूषण शरण सिंह पर खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए कमेटी भी बनाई गई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट पर बबिता फोगाट ने सवाल खड़े करते हुए खुद के साथ दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया है.
जांच कमेटी की रिपोर्ट से खिलाड़ी असंतुष्ट
एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान बबिता फोगाट ने जांच कमेटी की रिपोर्ट से अपनी असंतुष्टि जताई थी. वहीं अपने साथ बदतमीजी का आरोप लगाते हुए उनका कहना था कि जांच रिपोर्ट पढ़ने के दौरान उनसे यह रिपोर्ट जबरन छीन ली गई. बबिता फोगाट द्वारा लगाए गए इन आरोपों पर जांच कमेटी में सदस्य रहे योगेश्वर दत्त ने भी अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि वीडियो ग्राफी द्वारा जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में सभी खिलाड़ियों के बयान लिए. जिसमें किसी तरह की कोई कमी नहीं देखी गई. रिपोर्ट सभी 6 सदस्यों को पढ़ने को दी गई और उसके बाद उस पर सबने साइन भी किए.
खिलाड़ियो पर किसी तरह का दबाव नहीं
योगेश्वर दत्त ने साइन को लेकर या मामले मे खिलाड़ियो पर किसी तरह का दवाब बनाने की बात से भी इंकार किया है. उन्होंने कहा कि साइन को लेकर सभी खिलाड़ियों को पहले ही मेल कर दिया गया था. वहीं बबिता फोगाट साइन करने के आखिरी दिन भी नहीं पहुंचीं. उन्होंने यह भी कहा कि मेरे सामने बदतमीजी की कोई बात नहीं हुई. उनके इस तरह के बयान के बारे में वहीं कुछ बता सकती हैं.
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रिपोर्ट को लेकर कही यह बात
योगेश्वर दत्त विनेश फोगाट ने कहा कि रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा सकती. IWF के अध्यक्ष अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोप पर उन्होंने कहा कि कमेटी के सामने उस समय ऐसी कोई बात नहीं आई थी. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले में संज्ञान भी लिया है और अगले शुक्रवार को सुनवाई की होगी. मैरी कॉम के नेतृत्व में गठित कमेटी में ओलंपियन योगेश्वर दत्त, TOPS CEO राजगोपालन और बबिता फोगाट समेत तृप्ति मुरगुंडे और राधा श्रीमन शामिल हैं.