भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन और सीएमडी उपेंद्र राय ने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में वोट डाला.
Lok Sabha Election 2024: आज शुक्रवार को लोकसभा चुनाव-2024 के छठे चरण के लिए मतदान हुए. दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इस दौरान भारत एक्सप्रेस के वरिष्ठ संवाददाता देवनाथ ने उनसे खास बातचीत की.
सीएमडी उपेंद्र राय से जब पूछा गया कि आप इतने साल से वोट दे रहे हैं. चुनाव में पहली बार एक चेहरा प्रमुख हो गया है और मुद्दे थोड़े गौण हो गए हैं, इस बारे में आपकी क्या राय है, इस पर उन्होंने कहा, ‘पहली बात तो मैं एक वोटर की तरह वोट देने के लिए आया हूं. मैं अपने चैनल के एडिटर इन चीफ या प्रधान संपादक की तरह बात न करके एक वोटर की तरह बात करना चाहूंगा.’
शिक्षा के क्षेत्र में ‘आप’ ने अच्छा काम किया
उन्होंने आगे कहा कि बेशक जब चुनाव आता है तो हर पार्टी का अपना अधिकार है कि वह अपने अच्छे कामों को गिनाती है, बताती है. आम आदमी पार्टी ने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया. मुझे याद है कि 2022 में मैं लंदन में था, उस समय विश्व के सारे शिक्षा मंत्रियों का कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में कोई कॉन्फ्रेंस हुआ था. मैं सेंट जेम्स कोर्ट होटल में रुका हुआ था, जो ताज ग्रुप का होटल है. वहां मनीष सिसोदिया जी मुझे मिल गए. उनकी पूरी टीम भी साथ थी. तो मैंने पूछा कि आप लोग यहां क्या कर रहे हैं तो बोले कि एजुकेशन पर एक कॉन्फ्रेंस हो रहा है.
वे आगे कहते हैं कि और संयोग से आज उन्हीं के बनाए एक स्कूल में वोट डालने के लिए मैं आया हूं. ये देखकर कह सकते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) ने अच्छा काम किया है तो पार्टी ने इसी बात को मुद्दा बनाया और उनके इस मुद्दे ने उनके लिए सहयोग का भी काम किया.
10 साल में पीएम मोदी के काम काबिल-ए-तारीफ
आम आदमी पार्टी के इतर पीएम मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए सीएमडी उपेंद्र राय ने कहा कि पिछले 10 साल में नरेंद्र मोदी ने जो काम किया वो काम भी काबिल-ए-तारीफ है. एक काम को मैं आज जरूर गिनाना चाहूंगा कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर जितना काम BJP सरकार ने 10 सालों में किया है वो ‘न भूतो न भविष्यति’ है.
उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने लखनऊ से हायर सेकेंडरी और ग्रेजुएशन किया है. जब मैं अपने गांव शेरपुर (गाजीपुर) से निकलता था तो लखनऊ पहुंचने में 12-13 घंटे लगते थे, जब से ये पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बना है. मैं अब दिल्ली से अपने गांव निकलता हूं तो ये समझ लीजिए कि 1,000 किमी की दूरी है. दिल्ली से करीब करीब 3 घंटे में आगरा और 3 से 4 घंटे में हम लखनऊ क्रॉस कर जाते हैं. फिर लखनऊ से अपने गांव करीब ढाई घंटे में पहुंच जाते हैं. तो ये समझिए कि 8.5 घंटे में हम हजार किमी की दूरी तय करते हुए अपने गांव पहुंच गए. मेरे गांव से लखनऊ 384 किमी है, इतनी दूरी तय करने में कभी 13 घंटे लगते थे, अब आप देखिए कि लोगों के जीवन में कितना परिवर्तन आया, कितनी गति आई, उद्योग धंधों को कितना बढ़ावा मिला.
यही चुनाव तय करेगा कि…
वे आगे कहते हैं कि इसके अलावा कुछ इकोनॉमिस्ट कहते हैं कि 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन देना अर्थशास्त्र के सिद्धांत के खिलाफ है, क्योंकि मार्केट में डिमांड और सप्लाई का जो गैप है, वो बढ़ता जा रहा है और लोग कहीं न कहीं आलसी होते जा रहे हैं. उनको आप घर बैठे-बैठे खिला रहे हैं तो उनको कुछ और ज्यादा करने की इच्छा नहीं है. हालांकि लोगों के पेट का ध्यान रखना सरकार का पहला लक्ष्य है तो मेरा ये मानना है कि 2024 का ये जो चुनाव है, ये सबसे संतुलित चुनाव है, यही चुनाव तय करेगा कि 10 साल में बीजेपी ने कितना अच्छा काम किया है और यही चुनाव तय करेगा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को स्वीकारा या नकार दिया.
पीएम मोदी सजग व्यक्ति, सजग प्रधानमंत्री
इस सवाल पर कि एक गैप था जो कि सरकार ने या एक तरीके से कहें तो PM Modi ने अपने व्यक्तित्व से भर दिया, इसके जवाब में सीएमडी उपेंद्र राय ने कहा, ‘बिल्कुल, जाहिर-सी बात है कोई प्रधानमंत्री इससे पहले बच्चों के लिए परीक्षा पर चर्चा के लिए समय कहां निकालता था. वो छोटे-छोटे कार्यक्रमों में भी कहां पहुंचता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बहुत ही सजग व्यक्ति हैं, सजग प्रधानमंत्री हैं, सजग प्रहरी हैं और सजग राजनेता हैं और जो कहा जाता है कि एक छोटे बच्चे में जितनी एनर्जी होती है, इस उम्र में भी उनके अंदर इतनी एनर्जी है, इतना काम करने का साहस है तो कुछ न कुछ उसका असर, उसका व्यक्तिगत फायदा तो मिलता ही है.’
वे आगे कहते हैं, ‘शायद यही वह आधार है कि जिससे वे अपने नाम पर चुनाव लड़ते हैं. भारत जैसे देश का या इतनी बड़ी डेमोक्रेसी, जो वर्ल्ड की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है, उसका चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है तो ये कॉन्फिडेंस कहीं न कहीं उनके अंदर है, अपने कामों को लेकर.’
पीएम मोदी के बराबर कोई नेता नहीं
जब सीएमडी उपेंद्र राय से सवाल पूछा गया कि दिल्ली में, खास करके आपकी बातचीत से लगता है कि आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में काम को लेकर एक तुलनात्मक विश्लेषण है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में ऐसा है क्या, इस पर उन्होंने कहा, ‘देखिए ये लोकल लीडरशिप पर डिपेंड करता है. ओवर-ऑल मोदी जी के काम को देखेंगे या उनके परिश्रम को देखेंगे, उनके कंट्रीब्यूशन को देखेंगे तो उनके बराबर कोई नेता नहीं है, ये हर कोई मानता है, लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी के काम को देखेंगे तो उसके काम को बिल्कुल नकारा नहीं जा सकता, मैं नहीं नकारता, मैं झूठ नहीं बोलता, मुंहदेखी बात नहीं करता.’
देश से ऊपर कुछ नहीं
जब सीएमडी उपेंद्र राय से एक मतदाता के तौर पर इस बात पर अपना नजरिया रखने को कहा कि उनके लिए देश की सुरक्षा, एजुकेशन या सड़कें, क्या बड़ा मैटर करता है, तो उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए देश की सुरक्षा सबसे पहले मैटर करती है और देश की सुरक्षा सर्वोपरि ही होनी चाहिए. देश सर्वोपरि ही होना चाहिए, देश से ऊपर कुछ नहीं मोहब्बत या मुल्क कहा जाता है तो मेरे लिए हमेशा मुल्क पहले रहेगा. मोहब्बत बाद में रहेगी.’
मोदी नाम की लहर दिख रही है
जब उनसे अगला सवाल पूछा गया कि जब ग्राउंड जीरो पर भारत एक्सप्रेस की टीम जा रही थी तो हमने महसूस किया कि इस सरकार ने संवादहीनता की जो स्थिति थी, उसे लगभग खत्म किया. सबसे संवाद कर रहे हैं, आप यह समझते हैं कि जो देश का परिप्रेक्ष्य है वह इस बार ऐसा है कि सब जगह मोदी ही मोदी हैं, इसके जबाव में सीएमडी उपेंद्र राय ने कहा, ‘देखिए मोदी लहर जितना 2014 में थी, उससे ज्यादा 2019 में थी और 2019 के बाद 2024 का चुनाव है. बिल्कुल प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा जा रहा है तो मोदी नाम की लहर तो है और वो दिख भी रही है. वह इतने आश्वस्त हैं, कॉन्फिडेंट हैं और जाहिर-सी बात है कि बीजेपी के लोग जिस तरह से परिश्रम कर रहे हैं, देश की सबसे बड़ी पार्टी है. तीसरे चरण के बाद उन्होंने अपने काडर को जिस तरह से एक्टिवेट किया है वो काबिल-ए-तारीफ है.
बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है
राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर बहुत बड़ा मुद्दा है. सबके मन को छूने वाला मुद्दा है, जिसका फायदा मोदी जी को मिलेगा. इसके आगे उनसे पूछा गया कि आपने बतौर पत्रकार बहुत से इलेक्शन देखे होंगे, इस चुनाव को कैसे देखते हैं, क्या फर्क महसूस करते हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि देखिए ये इलेक्शन, उतना आसान इलेक्शन नहीं था, मैंने जैसा कहा कि ये सबसे संतुलित इलेक्शन है और इसीलिए बीजेपी को भी ग्राउंड पर बहुत मेहनत करनी पड़ी और उनके मेहनत का फल उनको मिलता हुआ दिख रहा है. यह काबिल-ए-तारीफ बात है.
बीजेपी को अनुमानित तौर पर मिलने वाली सीटों को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी 300 सीटों तक पहुंच जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस