सांकेतिक तस्वीर
Bihar News: बिहार से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां के कटिहार में पुलिस ने पाकिस्तान से जुड़े दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने छह महीने में कई लोगों से पांच करोड़ रुपये की ठगी की है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक इन लोगों को हर धोखाधड़ी के लिए 10 प्रतिशत कमीशन मिल रहा था.
कटिहार पुलिस पिछले साल नवंबर में कटिहार के साइबर थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले की जांच करते हुए इन अपराधियों तक पहुंची है. आरोपियों की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के जौकटिया गांव निवासी मुस्ताक आलम और पूर्वी चंपारण जिले के नौरंगिया गांव निवासी ईशा कुमारी के रूप में हुई है. दोनों पटना से काम कर रहे थे.
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कटिहार पुलिस के साइबर सेल के डीएसपी सद्दाम हुसैन ने इसकी जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पाकिस्तानी हैंडलरों से संबंध होने की बात कबूल की है. उन्होंने एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानी बैंक पासबुक की जानकारी भी दी. इसके अलावा डीएसपी ने ये भी कहा कि “हम तकनीकी निगरानी के जरिए साइबर जालसाजों पर नजर रख रहे थे. वे पटना के कदम कुआं इलाके से काम कर रहे थे. हमने छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.”
व्हाट्सएप के जरिए थे पाकिस्तान में साइबर अपराधियों के सम्पर्क में
डीएसपी ने बताया कि “हमारे पास उनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. हमने उनके कब्जे से 16 एटीएम कार्ड, 8,000 रुपए नकद, छह मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड, सोने की दो अंगूठियां और अन्य सामान बरामद किया है.” उन्होंने आगे कहा कि ये अपराधी व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान में साइबर अपराधियों के सम्पर्क में थे. सीमा पार से हैंडलर हर दिन उनके खातों में 2-3 लाख रुपए भेजते थे. अपने हिस्से की रकम निकालने के बाद वे बाकी रकम विभिन्न माध्यमों से पाकिस्तान के विभिन्न बैंक खातों में जमा कर देते थे.
कुख्यात अपराधी को भगाने के मामले में पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने का आदेश
बिहार के गोपालगंज में जिले में तैनात तीन पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश पुलिस अधीक्षक ने संबंधित थाना प्रभारी को दिया है. इन तीनों में से दो पर अपराधियों को भगाने का और तीसरे पर अपनी जगह दूसरे को परीक्षा में बैठाने का आरोप है. पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मंगलवार को बताया कि होमगार्ड जवान की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में जेल में बंद कुख्यात अपराधी संजय उर्फ बनरी को पेशी के दौरान भगाने के लिए साजिश रची गयी थी. इस मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद सिपाही पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. पुलिस अधीक्षक के आदेश पर जिला बल के हवलदार उपेंद्र पांडेय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. जांच के दौरान इस मामले में पांडेय की संलिप्तता पायी गयी.
-भारत एक्सप्रेस