Balasore Train Accident
Balasore Train Accident: बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच अपने हाथ में लेने के लिए सीबीआई पूरी तरह से तैयार है. आधिकारिक सुत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है. दरअसल, इस ट्रेन दुर्घटना में करीब 275 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 1,100 लोग घायल हुए थे. बताया गया है कि ओडिशा पुलिस द्वारा दर्ज GRP केस संख्या 64 को सीबीआई जल्द ही अपने हाथ में ले लेगी, और आगे जांच शुरू करेगी.
इन धाराओं में दर्ज है मामला
बता दें कि आईपीसी की धारा 337, 338, 304A (लापरवाही से मौत) और 34 (सामान्य इरादे) और धारा 153 (रेलवे यात्रियों के जीवन को खतरे में डालने वाली गैरकानूनी और लापरवाही की कार्रवाई), 154 और 175 (जीवन को खतरे में डालना) के तहत मामला दर्ज किया गया था. अब इस केस को सीबीआई को सौंपने की संभावना है.
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रेल मंत्री ने की CBI जांच की सिफारिश
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमने ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की है, जिसमें 275 लोगों की जान चली गई और 1,000 से अधिक घायल हो गए.” उन्होंने कहा, ” रेलवे अधिकारियों ने संकेत दिया है कि संभावित “तोड़फोड़” और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ दुर्घटना का कारण बना है.
कैसे हुआ हादसा?
बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, जो 2,500 से अधिक यात्रियों को ले जा रही थी, शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई. यह दुर्घटना शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर में बहानगा बाजार स्टेशन के पास हुई. हादसे में 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे सैकड़ों यात्री की मौंत हो गई.
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कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
बता दें कि दुर्घटना के बाद से लगातार कांग्रेस भाजपा सरकार को घेर रही है. कांग्रेस ने केंद्र पर रेल यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान न देकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है और सीबीआई जांच की मांग के लिए रेलवे पर निशाना साधते हुए कहा कि एजेंसी अपराधों की जांच करने के लिए है न कि रेल दुर्घटनाओं की. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को लिखा कि जांच एजेंसी तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं के लिए जवाबदेही तय नहीं कर सकती है.
खड़गे ने यह भी कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के “सभी सुरक्षा दावे” अब “उजागर” हो गए हैं और सरकार को इस गंभीर दुर्घटना के वास्तविक कारणों को प्रकाश में लाना चाहिए.