दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और सांसद संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ रांची पहुंचे हैं. यहां से दोनों मुख्यमंत्री रेडिशन ब्लू के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार (2 जून) को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. तीनों मुख्यमंत्रियों के बीच मुलाकात का कार्यक्रम भी तय हुआ है. राजनीतिक तौर पर देखा जाए तो इस मुलाकात के सियासी मायने महत्वपूर्ण हैं. अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जिस तरह केंद्र सरकार अध्यादेश लाई है. उसके बाद केजरीवाल देश के की तमाम पार्टियों से समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं. यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि आखिर कौन सी पार्टी केजरीवाल के साथ खड़ी रहती है और कौन तटस्थ रहता है. इस लिहाज से यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा सकती है, क्योंकि बीते कुछ दिनों में हेमंत सोरेन भी केंद्र सरकार से अलग-अलग कारणों से काफी दुखी और नाराज रहे हैं.
अध्यादेश पर होगी चर्चा
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सीएम हेमंत सोरेन के बीच दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए अध्यादेश पर चर्चा होगी. इसके अलावा दिल्ली-झारखंड में ईडी और आईटी की हाल की कार्रवाइयों और 2024 के चुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है. केजरीवाल और हेमंत सोरेन दोनों ही अलग-अलग मसलों को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर रहे हैं.
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इससे पहले 7 फरवरी को हुई थी दोनो की मुलाकात
बीते 7 फरवरी को केजरीवाल और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई थी. हेमंत सोरेन ने कहा था कि मुलाकात के दौरान झारखंड और दिल्ली से जुड़े विकास के विभिन्न मुद्दों पर बात हुई है. फरवरी के बाद दोनों राज्यों में ईडी और आईटी की कार्रवाई में कई नए पन्ने जुड़े हैं. इसे लेकर केजरीवाल और हेमंत दोनों केंद्र की सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं. दूसरी ओर लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी विपक्षी एकजुटता के लिए अलग-अलग स्तरों पर कोशिश हो रही है. केजरीवाल सरकार की ही तर्ज पर सोरेन ने झारखंड में स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की पहल की है. राज्य में चुने गए स्कूलों को दिल्ली की तर्ज पर विकसित करने की योजना पर काम शुरू हुआ है. इस बैठक में 12 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से संबंधित बातें होने की भी चर्चा है.