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Sanatam dharma: “दशहरे में सनातन विरोधियों का दहन होगा पुतला” रामलीला महासंघ ने बैठक के बाद किया ऐलान

रामलीला महासंघ ने ऐलान किया कि इस बार दशहरा के मौके पर रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले के साथ ही सनातन विरोधियों के पुतले को भी दहन किया जाएगा.

सनातन विरोधियों का दहन होगा पुतला

दिल्ली रामलीला महासंघ ने सनातन धर्म का विरोध करने वालों के पुतले बनाकर उनको जूते की माला पहनाकर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही दिल्ली में होने वाली रामलीला को लेकर बैठक की. जिसमें फैसला लिया गया कि दशहरे के मौके पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के अलावा सनातन धर्म का विरोध करने वालों का भी पुतला दहन किया जाएगा.

सनातन विरोधियों का दहन होगा पुतला

लाल किला ग्राउंड में सनातन धर्म का विरोध करने वालों के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के दौरान बैठक आयोजित की गई. जिसमें सभी रामलीला समिति से आए पदाधिकारी शामिल हुए. पदाधिकारियों ने सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करने वालों को लेकर नाराजगी जाहिर की और सनातन विरोधी नेताओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. रामलीला महासंघ ने ऐलान किया कि इस बार दशहरा के मौके पर रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले के साथ ही सनातन विरोधियों के पुतले को भी दहन किया जाएगा.

रामलीला कमेटी ने उठाई ये मांग

श्री रामलीला महासंघ के प्रेसीडेंट अर्जुन कुमार ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह से कांवड़ यात्रा के दौरान लगने वाले शिविरों में बिजली, पानी की नि:शुल्क व्यवस्था करती है, ठीक उसी तरह से रामलीला कमेटियों को भी बिजली और दशहरे के मौके पर ग्रीन पटाखों को जलाने की परमिशन देनी चाहिए. दिल्ली में करीब 650 से ज्यादा जगहों पर रामलीला का आयोजन किया जाता है. जिसमें पीएम मोदी से लेकर सोनिया गांधी, सीएम अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी भी शामिल होते हैं.

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बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली की सभी रामलीला कमेटियों को पत्र लिखकर मांग की थी कि दशहरे के मौके पर सभी सनातन धर्म के विरोधियों के पुतले को भी दहन किया जाए. जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.

उदयनिधि ने सनातन धर्म को लेकर दिया था विवादित बयान

गौरतलब है कि पिछले दिनों सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोना बीमारी के जैसा है. इसे जड़ से खत्म कर देना चाहिए. जिसको लेकर पूरे देश में उदयनिधि के बयान को लेकर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया था.

-भारत एक्सप्रेस

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