Bharat Express

हमदर्द ने हरियाणा के झज्जर में फूड पार्क क्लस्टर बनाने के लिए रिलायंस MET सिटी के साथ किया करार

Hamdard: रिलायंस एमईटी सिटी के सीईओ और डब्ल्यूटीडी एसवी गोयल ने कहा कि हम एमईटी सिटी के एक हिस्से के रूप में भारत के प्रतिष्ठित ब्रांडों में से एक हमदर्द ग्रुप को पाकर बहुत खुश हैं.

Hamdard

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सहायक कंपनी मॉडल इकोनॉमिक टाउनशिप लिमिटेड ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि वह गुरुग्राम के पास एक ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी विकसित कर रही है. कंपनी ने शहर में विश्व स्तरीय विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए हमदर्द समूह के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की.

जानकारी के अनुसार, हमदर्द (Hamdard) एमईटी सिटी में लगभग 10 एकड़ भूमि पर अपनी कुछ मुख्य खाद्य श्रेणियों के मैन्युफैक्चर के लिए अपना हमदर्द फूड पार्क क्लस्टर विकसित कर रहा है. वे इसकी निर्माण सुविधाओं के विकास के पहले चरण में लगभग 100 से 150 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रहे हैं.

इस प्रोजेक्ट में एक शहद प्रोसेसिंग प्लांट और इसी तरह के उत्पाद निर्माण सुविधाएं, ‘हमदर्द खालिस’ मसालों के ब्रांड के तहत शुद्ध और मिश्रित मसालों के लिए मसाला निर्माण संयंत्र, सरसों के तेल, जैतून के तेल जैसे तेलों के लिए फिलिंग की सुविधाएं शामिल हैं. इसके अलावा, चावल की भूसी का तेल और सोया तेल आदि, सोया चंक्स जैसे उत्पाद, पेय पदार्थ फिलिंग और डेयरी पेय, कार्बोनेटेड पेय जैसे उत्पादों के लिए पैकिंग आदि शामिल है.

हमदर्द फूड्स के सीईओ हामिद अहमद ने क्या कहा

हमदर्द (Hamdard) फूड्स के सीईओ हामिद अहमद ने कहा कि कंपनी ने अगले 1 से 2 वर्षों में अपनी विनिर्माण सुविधाओं को विकसित करने के लिए रिलायंस मेट सिटी, झज्जर, हरियाणा का चयन किया है. क्योंकि यह एनसीआर के भीतर रहने के लिए न केवल एक बहुत अच्छी जगह दे रही है बल्कि विश्व स्तर के औद्योगिक बुनियादी ढांचे वाली जगह भी प्रदान करती है.

ये भी पढ़ें: रिलायंस खरीदेगी LOTUS चॉकलेट में 51% हिस्सेदारी, एडिशनल 26% हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर लाने का ऐलान

रिलायंस एमईटी सिटी के सीईओ और डब्ल्यूटीडी एसवी गोयल ने कहा कि हम एमईटी सिटी के एक हिस्से के रूप में भारत के प्रतिष्ठित ब्रांडों में से एक हमदर्द ग्रुप (Hamdard) को पाकर बहुत खुश हैं. मेट सिटी सतत विकास में अग्रणी परियोजना है जिसमें 9000 करोड़ से अधिक का निवेश पहले से ही कमिटेड है. आज इसके पास 1903 एकड़ के लिए लाइसेंस है और 25,000 से अधिक लोग पहले से ही प्रोजेक्ट में काम कर रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस

Also Read