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Uttar Pradesh: फ्लैट में गांजे की खेती कर Dark Web की मदद से बेच रहा था, पुलिस और नारकोटिक्स टीम ने दबोचा

पुलिस ने बताया कि मंगलवार को लोकल और मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर राहुल चौधरी को गिरफ्तार किया गया. आरोपी की निशानदेही पर पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी में उसके फ्लैट से विभिन्न रसायन और खेती करने में इस्तेमाल होने वाले सामान बरामद किए गए.

गिरफ्तार आरोपी.

ग्रेटर नोएडा पुलिस (Noida Police) ने नारकोटिक्स टीम के साथ मिलकर गांजे की खेती करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसके कब्जे से 2.070 ग्राम गांजा, 163.4 ग्राम कैनाबिस (ओजी), विभिन्न रसायन और खेती करने में इस्तेमाल खाद, बीज और उपकरण बरामद हुए हैं.

गांजा और कैनाबिस बरामद

पुलिस ने बताया कि मंगलवार को लोकल और मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर राहुल चौधरी को गिरफ्तार किया गया. आरोपी की निशानदेही पर पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी में उसके फ्लैट (नंबर 1001, टावर नंबर-5) से गमलों में लगे कैनाबिस के पौधे, 2.070 ग्राम गांजा, 163.4 ग्राम ओजी, विभिन्न रसायन और खेती करने में इस्तेमाल होने वाले सामान बरामद किए गए.

डार्क वेब के माध्यम से सप्लाई करता था

पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल चौधरी अंग्रेजी विषय से पोस्ट ग्रेजुएट है. वह इंटरनेट का अच्छा जानकार है. आरोपी ने इंटरनेट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधों की खेती के तरीके को सीखा. इसके बाद विदेशी वेबसाइट सीड्समैन के माध्यम से ऑनलाइन ऑर्डर कर कैनाबिस के बीज को मंगवाया और पे-पाल एप के माध्यम से पैसों का लेनदेन हुआ. जिसके बाद राहुल ने अपने फ्लैट में एयर कंडीशनर की मदद से एक निश्चित तापमान पर फुल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइंग लाइट की सहायता से कैनाबिस के बीजों को गमलों में लगाया.


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पुलिस ने बताया कि कैनाबिस की फसल तैयार की गई. बीज, खाद, रसायन, कीटनाशक, बिजली आदि की कुल लागत लगाकर एक पौधे पर करीब 5 से 7 हजार रुपए का खर्च आता है. जिससे करीब 30 से 40 ग्राम ओजी प्राप्त होता है. इसकी बाजार में कीमत 60 से 80 हजार रुपए है. आरोपी डार्क वेब के माध्यम से अपने ग्राहकों तक इसकी सप्लाई करता था. इस प्रकार आरोपी अपने फ्लैट में कैनाबिस की खेती कर मोटा मुनाफा कमा रहा था.

-भारत एक्सप्रेस

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