मुहम्मद युनूस. (फोटो: X/@Yunus_Centre)
India-Bangladesh Relation: बांग्लादेश मौसम विभाग के अधिकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारत में आयोजित सेमिनार में शामिल नहीं होंगे. सार्वजनिक खर्च पर अनावश्यक विदेश यात्रा पर सरकार के प्रतिबंध का हवाला देते हुए बांग्लादेश ने भारत के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सेमिनार 15 जनवरी को दिल्ली में आयोजित किया जाएगा. अविभाजित भारत का हिस्सा रहे पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत पड़ोसी देशों को निमंत्रण भेजा गया था. पाकिस्तान ने इसमें शामिल होने की पुष्टि की है, लेकिन बांग्लादेश ने इससे इनकार कर दिया है.
बांग्लादेश ने क्या बोला
बांग्लादेश मौसम विभाग (BMD) के कार्यवाहक निदेशक मोमिनुल इस्लाम ने पुष्टि की कि निमंत्रण एक महीने पहले प्राप्त हुआ था. उन्होंने कहा, ‘भारत मौसम विभाग ने हमें अपनी 150वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम में आमंत्रित किया. हम उनके साथ अच्छे संबंध बनाए रखते हैं और सहयोग करना जारी रखते हैं, लेकिन हम अनावश्यक सरकारी वित्तपोषित विदेश यात्रा पर प्रतिबंधों के कारण इसमें शामिल नहीं हो सकते.’
पाकिस्तान और बांग्लादेश के अलावा IMD की इस उपलब्धि को चिह्नित करने वाले सेमिनार के लिए अफगानिस्तान, म्यांमार, भूटान, मालदीव, श्रीलंका और नेपाल के अधिकारियों को भी निमंत्रण दिया गया.
15 जनवरी को हुई थी स्थापना
ब्रिटिश शासन के दौरान 1875 में स्थापित IMD 15 जनवरी को 150 साल पूरे करेगा. इसकी स्थापना 1864 में कलकत्ता में आए चक्रवात और 1866 और 1871 में मानसून की बार-बार विफलता के बाद की गई थी. शुरुआत में इसका मुख्यालय कोलकाता में था. बाद में इस कई शहरों में ट्रांसफर किया गया. 1905 में शिमला, 1928 में पुणे तथा अंततः 1944 में इसे दिल्ली ट्रांसफर किया गया.
शुरुआत में यह एक छोटा सा सेटअप था, लेकिन अब यह मौसम पूर्वानुमान, संचार और वैज्ञानिक नवाचार के लिए एक केंद्र बन गया है. IMD को तकनीकी अग्रणी भी माना जाता है, क्योंकि इसने वैश्विक डेटा एक्सचेंज के लिए भारत का पहला संदेश-स्विचिंग कंप्यूटर और मौसम संबंधी शोध के लिए सबसे शुरुआती इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटरों में से एक पेश किया था.
भारत ने 24 घंटे मौसम की निगरानी और चक्रवात अलर्ट के लिए अपना स्वयं का भूस्थिर उपग्रह, इनसैट लॉन्च करने वाला पहला विकासशील देश बनकर इतिहास रच दिया है.
-भारत एक्सप्रेस
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