एस. जयशंकर, विदेश मंत्री
SCO Summit: गोवा में एससीओ बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी से हाथ मिलाकर नहीं बल्कि नमस्ते के साथ अभिवादन किया. बैठक में पाकिस्तान को लेकर जयशंकर के तेवर तीखे रहे. उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर लताड़ा.पाकिस्तान के आतंकवाद से निपटने पर जयशंकर ने कहा कि उसकी विश्वसनीयता इस मामले में उसके विदेशी मुद्रा भंडार से भी तेज गति से गिर रही है. वहीं जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर जयशंकर ने कहा, ‘‘यह इतिहास है. नींद से उठिए और सच को स्वीकार करिए.’’
विदेश मंत्री के तौर पर बिलावल का स्वागत
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि विदेश मंत्री के तौर पर बिलावल के साथ वैसा ही बर्ताव किया गया है. आतंकवाद के मामले में पाकिस्तान की विश्वसनीयता उसके विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना में तेजी से घट रही है. बिलावल को लेकर उन्होंने कहा कि वह आतंकी इंडस्ट्री के प्रवक्ता हैं.
370 और आतंकवाद पर पाकिस्तान को खरी-खरी
पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उसकी किसी भी बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता. आतंक के पीड़ित और साजिशकर्ता एक साथ बैठकर बातचीत नहीं कर सकते. एससीओ बैठक में बिलावल भुट्टो ने कश्मीर और 370 पर बात करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटना दोनों देशओं के बीच विवाद बढ़ने के मुख्य कारणों में से एक है. इस पर जयशंकर ने कहा कि आर्टिकल 370 अब इतिहास है. नींद से उठिए और सच को स्वीकार करिए. विदेश मंत्री एस जयशंकरने कहा, ‘‘आतंकवाद की अनदेखी करना समूह के सुरक्षा हितों के लिए नुकसानदेह होगा. हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता. सीमा पार आतंकवाद समेत इसके सभी स्वरूपों का खात्मा किया जाना चाहिए.’’
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जयशंकर ने सिर्फ बिलावल बल्कि एससीओ बैठक की शुरुआत में रूस के विदेश मंत्री लावरोग और चीन के विदेश मंत्री से भी हाथ नहीं मिलाया था. हालांकि इन दोनो देशों के विदेश मंत्रियों की तुलना में पाक के विदेश मंत्री बिलावल को नमस्ते करने में जमीन आसमान का अंतर रहा.