जम्मू कश्मीर के तीसरे और आखिरी चरण के मतदान में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. (फोटो: IANS)
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण में 7 जिलों की अंतिम 40 सीटों के लिए मंगलवार (1 अक्टूबर) को मतदान हुए0 शाम 5 बजे तक 65.48% मतदान दर्ज किया गया.
इस चरण में 39.18 लाख से अधिक पात्र मतदाताओं ने 415 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया, जिसमें दो पूर्व उप-मुख्यमंत्री तारा चंद और मुजफ्फर बेग और कई पूर्व मंत्री और विधायक भी शामिल हैं.
इन लोगों ने पहली बार वोट डाला
अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार मतदान का अधिकार प्राप्त करने वाले पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थी, वाल्मीकि समाज और गोरखा समुदाय के सदस्य सुबह-सुबह मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उमड़ पड़े. इससे पहले उन्होंने 2019 और 2020 में क्रमश: ब्लॉक विकास परिषद और जिला विकास परिषद के चुनावों में भाग लिया था.
मतदान का आंकड़ा
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार (1 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में शाम 5 बजे तक 65.48% मतदान हुआ. पहले चरण में मतदान प्रतिशत काफी अच्छा रहा था, 18 सितंबर को पहले चरण में 61.38% और 26 सितंबर को दूसरे चरण में 57.31% मतदान हुआ था.
तीसरे और आखिरी चरण में उधमपुर जिले में सबसे अधिक 72.91% मतदान हुआ. इसके बाद सांबा में 72.41%, कठुआ में 70.53%, जम्मू में 66.79%, बांदीपोरा में 63.33%, कुपवाड़ा में 62.76% और बारामुल्ला में 55.73% वोटिंग हुई. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, कभी आतंकवादियों और अलगाववादियों का गढ़ रहे सोपोर खंड में सबसे कम 41.44% मतदान हुआ. सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए अर्धसैनिक और सशस्त्र पुलिसकर्मियों सहित सुरक्षा बलों की 400 से अधिक कंपनियों को तैनात किया गया था.
Voting percentage upto 05:00 pm for #PhaseII: 65.48%#NoVoterToBeLeftBehind #IVote4Sure #Trends #MyVoteMyPride pic.twitter.com/FCPCPnohga
— CEO UT OF J&K (@ceo_UTJK) October 1, 2024
लोकसभा की तुलना में अधिक मतदान
तीसरे चरण के संबंधित 7 जिलों में लोकसभा चुनाव के मतदान से अधिक होने की संभावना है. हाल ही में हुए संसदीय चुनावों में इन जिलों में मतदान 66.78% दर्ज किया गया था.
केंद्र शासित प्रदेश में पहले और दूसरे चरण में भी मतदान लोकसभा चुनावों की तुलना में अधिक था. पहले चरण में 7 जिलों में 61.38% मतदान हुआ, जबकि आम चुनावों में यह 60% था. इसी तरह दूसरे चरण में मतदान करने वाले 6 जिलों में लोकसभा चुनावों में 52.17% मतदान की तुलना में 57.31% मतदान हुआ था.