जोशीमठ स्थित होटल मलारी इन
Joshimath Sinking: जोशीमठ में भू-धंसाव के बाद चिन्हित किए गए होटल माउंट व्यू और मलारी इन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई गुरुवार दोपहर बाद से शुरू हो गई थी. शुक्रवार को भी होटल मलारी इन की खिड़कियों के शीशे निकाले जा रहे हैं. यहां लगे सभी विद्युत पोलों को हटाए जाने का कार्य भी किया जा रहा है. थाने के पास विद्युत विभाग ने अपना नया ट्रांसफार्मर शिफ्ट किया है.
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि निराकरण की कार्रवाई सुरक्षित तरीके से CBRI के देखरेख में की जानी है. CBRI द्वारा 1 सप्ताह का समय दिया गया है. कल मौसम खराब होने के कारण काम धीरे हुआ. अभी सभी टीमें तत्परता से काम कर रही हैं. हमारा प्रयास है कि आसपास के लोगों की सेफ्टी को देखते हुए काम हो.
हमें जमीन को बचाना है- डीपी कानूनगो
CBRI के मुख्य वैज्ञानिक डीपी कानूनगो ने कहा, “हम जल्द से जल्द इसे ध्वस्त करने का काम करेंगे. हमने प्रशिक्षित लोगों को काम पर लगाया है. हम यहां यांत्रिक निराकरण तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि एक-एक चीज को अलग कर के निकाला जाएगा. हम यहां किसी प्रकार के भारी कंपन वाली मशीन का प्रयोग नहीं करेंगे. हमें जमीन को बचाना है. हम कोशिश करेंगे की जमीन के अंदर कम से कम कंपन जाए या ना जाए.
एक एक चीज को अलग कर के निकाला जाएगा। हम यहां किसी प्रकार के भारी कंपन वाले मशीन का प्रयोग नहीं करेंगे। हमे जमीन को बचाना है। हम कोशिश करेंगे की जमीन के अंदर कम से कम कंपन जाए या ना जाए: डीपी कानूनगो, मुख्य वैज्ञानिक CBRI, जोशीमठ pic.twitter.com/TZ2utUaNGH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 13, 2023
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गौरतलब है कि उत्तराखंड के जोशीमठ और कर्णप्रयाग में कई घरों दरारे आने से वहां के लोगों के में दहशत का माहौल है. प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया जा रहा है. राहत और बचाव कार्य में राज्य के साथ ही केंद्र सरकार भी लगातार जुटी है. यहां तक कि सुरक्षाबलों के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है और स्थानीय लोगों की मदद कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस