पुलिस के साथ गैंग के सदस्य
-हिमांशु द्विवेदी
Kannauj: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां एसपी कुंवर अनुपम सिंह के नेतृत्व में कई राज्यों में चोरी,लूट,हत्या चंदन तस्करी जैसी घटनाओं को अंजाम देने और कई जिलों की पुलिस की नाक में दम करने वाले कुख्यात पारदी गैंग को दबोच लिया गया है. इस गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस ने बड़े स्तर पर तैयारी की थी और इसके लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मी के साथ ही 257 कैमरे लगाए गए थे. इसके बाद करीब 500 घंटे तक लगातार चले बड़े ऑपरेशन के बाद अंतरराज्यीय गैंग को पुलिस सलाखों के पीछे कर सकी.
29 जून को इसी गैंग ने डाली थी डकैती
सदर कोतवाली क्षेत्र के यूसुफपुर भगवान पुर इलाके में रहने वाले इत्र व्यापारी विमलेश तिवारी के घर में 29 जून को इस गैंग के 8 से 10 बदमाशों ने डाका डाला था. बदमाश घर के किचन में लगी जाली को तोड़ते हुए घुसकर असलहों के दम पर उनके यहां से रिवाल्वर, सोने ,चांदी के आभूषणों सहित लाखों रुपए की नकदी उठा ले गए थे. उस वक्त घटना स्थल पर तत्काल आईजी प्रशांत कुमार, पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने पहुंचे थे और घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल डकैती में शामिल लोगों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. इसी के बाद पुलिस टीम बनाकर इन लोगों की धरपकड़ के लिए पुलिस मुस्तैद हो गई थी.
ये थी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
पुलिस के सामने उस समय जो सीसीटीवी फुटेज आया था उसमें सभी बदमाशों ने अपने मुंह को ढंक रखा था, जिस वजह से उनकी पहचान हो पाना मुश्किल था. लेकिन पचास से ज्यादा पुलिसकर्मी जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने की कोशिश में जुटे थे.
ऑपरेशन दूर दृष्टि ने की मदद
पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने जिले में अपनी तैनाती के समय ही ऑपरेशन दूर दृष्टि अभियान के तहत नगर के सभी मुख्य मार्गों और चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए थे ताकि कोई भी अपराधी किसी भी तरह से बच के न निकल सके. पुलिस अधीक्षक ने लगातार दो दिन और दो रातों तक दो सौ सत्तावन कैमरों को खंगाला. इससे घटना में इस्तेमाल की गई ओमनी वैन के बारे में पता चल गया जो कि कानपुर निवासी के नाम पर दर्ज थी. पुलिस ने कानपुर तक लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और आखिरकार बदमाशों को पकड़ने सफलता हासिल कर ली. पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से चोरी की गई रिवाल्वर और पांच लाख दो हजार छः सौ रूपए बरामद किए हैं.
इन लोगों ने दिया घटना को अंजाम
गैंग का मुखिया अखिलेश है जो घिमाऊ जनपद कानपुर निवासी है और उसका साथी सुल्तान गुना मध्य प्रदेश का रहने वाला है. वहीं मनोज मध्य प्रदेश अशोक नगर निवासी है, दादाराम और जादव पुत्र प्रयागराज का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि यह सभी शातिर अपराधी हैं. चंदन तस्करी से लेकर हत्या, लूट और कई गंभीर अपराधों में जेल भी जा चुके हैं. ये लोग बाद में कुख्यात पारदी गैंग से मिल गए और फिर उनकी मदद से कई जिलों और राज्यों में भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम देने लगे थे.
-भारत एक्सप्रेस
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