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क्या आप भी एक्सपायर गैस सिलेंडर का कर रहे इस्तेमाल? अगर ऐसा है तो हो जाएं सावधान

गैस सिलेंडर भी एक्सपायरी डेट के साथ आता है, इस बारे में अक्सर सबको पता नहीं होता है. गैस सिलेंडर के एक कोने में एक्सपायरी डेट लिखा होता है, जिससे इसकी जानकारी मिल जाती है. आइए जानते हैं कैसे.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: IANS)

आम भारतीय घरों में गैस सिलेंडरों पर खाना बनना आम बात है, लेकिन गैस सिलेंडर से खाना बनाते समय कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. इसमें गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट का ध्यान रखना भी जरूरत है. आज हम आपको बताएंगे कि गैस सिलेंडर और उससे जुड़ी किन चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए.

जागरूकता से बचाव

आमतौर पर घरों में गैस सिलेंडरों से ही खाना बनता है, लेकिन हम घर पर गैस सिलेंडर तो लाते हैं, लेकिन अक्सर उसकी एक्सपायरी पर ध्यान नहीं देते. दरअसल गैस सिलेंडर भी एक्सपायरी डेट के साथ आता है. मतलब अगर आप एक्सपायर सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं तो य​ह बड़ा खतरा साबित हो सकता है. सिलेंडर लेते समय भी कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत हैं, जिसमें सिलेंडर से गैस रिसाव और सील पैकिंग पर ध्यान देना चाहिए. इसके साथ ही एक्सपायरी डेट की जांच करें. गैस सिलेंडर के ऊपर ही कोने में एक्सपायरी डेट लिखा होता है, जिससे ये पता चल जाता है कि इसकी एक्सपायरी डेट क्या है. आइए जानते हैं कैसे.

ऐसे जानें गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट


अगर आप गैस सिलेंडर लेते हैं तो उसके ऊपरी हिस्से में एक कोड लिखा होता है. जिसमें A-25 , B-25, C-26, D-27 आदि लिखा होता है. ये यूं ही नहीं लिखा होता, बल्कि इसमें सिलेंडर की एक्सपायरी डेट छिपी होती है. अगर किसी सिलेंडर में A लिखा है इसका मतलब सिलेंडर जनवरी से मार्च के बीच में एक्सपायर हो जाएगा. उसके आगे का अंक उस साल से जुड़ा होता है.

उदाहरण के तौर पर देखें तो अगर गैस सिलेंडर पर A-25 लिखा है तो इसका मतलब कि यह साल 2025 के जनवरी के मार्च के बीच में एक्सपायर हो जाएगा. उसी प्रकार B का मतलब अप्रैल से जून, C का मतलब जुलाई से सितंबर और D का मतलब अक्टूबर से दिसंबर के बीच होता है. हालांकि कंपनियां भी समय-समय पर गैस सिलेंडरों की जांच करती हैं, लेकिन उपभोक्ता को भी सतर्कता बरतते हुए इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए.

सावधानी बरत कर रहें सुरक्षित

खाना बनाते समय कुछ सावधानियों को बरतकर आप सुरक्षित रह सकते हैं. सिलेंडर के पाइप की भी एक्सपायरी डेट होती है. पाइप की अवधि करीब 18 से 24 महीनों तक ही होती है. उसके बाद पाइप को बदल देनी चाहिए. इसके अलावा खाना बनाते समय किचन के दरवाजे और खिड़कियां भी खोलकर रखनी चाहिए. अगर हम कुछ सावधानियां बरतते हैं तो सुरक्षित रह सकते हैं. क्योंकि जागरूकता और सतर्कता से ही होने वाले दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है.

गैस सिलेंडर के साथ सावधानियां

1. गैस सिलेंडर की जांच: गैस सिलेंडर को नियमित रूप से जांचें और उसकी एक्सपायरी डेट की जांच करें.

2. सिलेंडर को सुरक्षित स्थान पर रखें: गैस सिलेंडर को सुरक्षित स्थान पर रखें, जहां वो गर्मी और आग के संपर्क में न आए.

3. सिलेंडर को कभी भी खुला न छोड़ें: गैस सिलेंडर को कभी भी खुला न छोड़ें, इससे गैस लीक हो सकती है.

4. सिलेंडर के पास आग का उपयोग न करें: गैस सिलेंडर के साथ आग का उपयोग न करें, इससे आग लग सकती है.

5. सिलेंडर को नियमित रूप से बदलें: गैस सिलेंडर को नियमित रूप से बदलें, इससे गैस लीक होने की संभावना कम होती है.

-भारत एक्सप्रेस



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