Karnataka Election 2023: कर्नाटक में चुनावों की घोषणा के बाद से ही प्रवर्तन एजेंसियां चौकस हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 29 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से राज्य में अब तक कुल मिलाकर 305 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती की जा चुकी है.
वोटरों को लुभाने की हर संभव कोशिश
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से ही चुनाव आयोग ने चुनावों से संबंधित किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को लेकर सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. आयोग की तरफ से चुनावों में अवैध धन और दूसरे सामानों के जरिए अवैध तरीके से प्रचार-प्रसार करने पर हर संभव तरीके से लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है.
नकदी समेत भारी मात्रा में शराब और सोना-चांदी
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है कि, जब्त की गई कुल 305.43 करोड़ रुपये की राशि में से नकद के तौर पर 110 करोड़ रुपये तो 74 करोड़ रुपये की शराब के अलावा 81 करोड़ रुपये की सोना और चांदी पकड़ी गई. वहीं 22 करोड़ रुपये के उपहार और 18 करोड़ रुपये के ड्रग्स और नशीले पदार्थों की जब्ती भी की गई.
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2,346 प्राथमिकी दर्ज
बात करें बरामदगी को लेकर दर्ज मामलों की तो 2,346 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. वहीं अब तक कर्नाटक में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन से जुड़े मामलों में 50 फीसदी से अधिक दोष सिद्ध हुए हैं. बात करें 10 मई के विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले की तो 9 मार्च से 27 मार्च के बीच कुल 58 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई थी. कुछ दिनों पहले ही 20 अप्रैल को कर्नाटक के बेलागवी जिले के रामदुर्गा में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी थी. एक कार से पुलिस ने 1.54 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की थी, जिसे जब्त करने के बाद आयकर विभाग को सूचना दे दी गई थी.