महिला आरक्षण बिल
संसद में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई है, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सीधे हमला करते हुए महिला आरक्षण को आज ही लागू करने की मांग की है, भाजपा ने महिला आरक्षण बिल के जरिए महिला वोटरों में पैठ बनाने की कोशिश की है, तो कांग्रेस भी इस रेस में पीछे नहीं हटाना चाहती हैं, वह चाहती है कि महिलाओं को यह बताया जाए कि यह कानून फौरन अमल में नहीं लाया जा सकता है, केवल मोदी सरकार ध्यान भटकाने का काम कर रही है,अब कांग्रेस इस मुद्दे के साथ जनता के सामने इसकी कमियों को साझा करेगी, इसके लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस, सोशल मीडिया प्रचार और अन्य तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा, कांग्रेस कह रही है कि यह बिल चुनावी लाभ लेने के लिए पास कराया गया है और इसमें कमियां हैं.
कांग्रेस करेगी बिल में आने वाली अड़चनों को उजागर
कांग्रेस इस कानून से भाजपा के पक्ष में महिलाओं के बनते समीकरणों को रोकने की पूरी कोशिश करना चाहती है, इसीलिए अब वह जनता को इसकी कमियों की जानकारी देगी. प्राथमिक तौर पर ओबीसी महिलाओं को आरक्षण न मिलना, इसके फौरी अमल में आने की अड़चने समेत अन्य मसले पर कांग्रेस प्रमुख स्थानों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देंगी और इसमें सोशल मीडिया का प्रचार समेत अन्य तरीकों का भी इस्तेमाल जनता के बीच अपनी बातों को ले जाएगी.
इसी साल के अंत तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, विधानसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने महिला आरक्षण बिल का दांव चल दिया है. उस पर सीधे विरोध का तरीका नहीं चुना जा सकता, लिहाजा कांग्रेस बड़े सधे तौर पर इसकी खामियों को ही उजागर करेगी, ताकि इसके संभावित असर को जनता में कम किया जा सके.
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बिल के पहलुओं को जनता के सामने रखेगी कांग्रेस
नई संसद में पहले विशेष सत्र में केंद्र सरकार द्वारा पास कराए गए महिला आरक्षण बिल के सदन में आते ही कांग्रेस लगातार ओबीसी आरक्षण की व्यवस्था न होने की बात कह रही है, बावजूद इसके चुनावी स्थितियों को देखते हुए कांग्रेस ने सदन में इस बिल के खिलाफ स्टैंड नहीं लिया, अब कांग्रेस ने योजना बनाई है कि वह इसके सभी पहलुओं को जनता के सामने रखेगी, जनता को बताया जाएगा कि यह बिल केवल चुनावी लाभ लेने के लिए पास कराया गया है, इसे साल 2024 के लोकसभा चुनाव में केवल फायदा लेने के लिए आनन फानन पास कराया गया है, ओबीसी महिलाओं को आरक्षण से अलग रखकर भाजपा ने उनके साथ अन्याय किया है.