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MP News: इंदौर में बुधवार की रात को एक आदिवासी युवती की संदिग्ध हालत में हुई मौत के बाद भीड़ ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया और हवाई फायर भी. इस झड़प में जहां छह पुलिसकर्मी घायल हुए, वहीं एक युवक की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. बताया गया है कि महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र में एक युवती की बुधवार की शाम को मौत हो गई, जिस पर युवती के परिजनों ने डोंगरगांव पुलिस चौकी के सामने युवती के शव को रखकर जाम लगाया. पुलिस ने युवती की संदिग्ध मौत को लेकर एक युवक को भी हिरासत में लिया. भीड़ युवक को सौंपे जाने की मांग कर रही थी.
दबंग युवक ने उसे किया प्रताड़ित
युवती के परिजनों ने कहा कि एक दबंग युवक ने उसे प्रताड़ित किया और पुलिस मामले को दबाने में लगी है. बाद में भीड़ ने पथराव कर दिया और स्थितियां बिगड़ गई. भीड़ ने पथराव के साथ वाहनों में तोड़फोड़ की. पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए पहले लाठीचार्ज करना पड़ा और फिर हवाई फायर. पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को चोट आई, वहीं एक आदिवासी युवक की भी मौत हुई है.
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
मुख्यमंत्री चौहान ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है. वहीं कांग्रेस ने जांच के लिए विधायकों का दल बनाया है. कांग्रेस की ओर से बताया गया है कि एक आदिवासी युवती की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या के बाद महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र की डोंगरगांव पुलिस चौकी पर पुलिस और आदिवासियों में हुए संघर्ष की घटना और उसमें कथित तौर पर पुलिस की गोली से एक आदिवासी की मृत्यु के मामले में पीसीसी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर काग्रेस के आदिवासी विधायकों का दल घटनास्थल पर जांच के लिए रवाना हो गया है.
कंग्रेस के इस जांच दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पाचीलाल मेड़ा शामिल हैं. इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. यह दल घटना की सच्चाई पता करेगा और पीड़ित लोगों से बातचीत करेगा. दल अपनी रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपेगा.