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मध्य प्रदेश में शुरू हुआ सियासी पोस्टर वार, लिखा- शिव’राज’ के 18 साल, घपले और घोटालों की भरमार

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में लगभग पांच महीने बचे हैं. ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच पोस्टर वार देखने के मिल रहा है.

सीएम शिवराज सिंह के चिपकाए गए पोस्टर

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में लगभग पांच महीने बचे हैं. ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच पोस्टर वार देखने के मिल रहा है. शुक्रवार सुबह भोपाल के एक बाजार में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को निशाना बनाकर उनके ‘आपत्तिजनक’ पोस्टर लगाए गए. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि पोस्टर भाजपा के इशारे पर लगाए गए थे और मामले में कार्रवाई की मांग की.

कमल नाथ के आपत्तिजनक पोस्टर से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं- बीजेपी

बाद में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचा. हालांकि, शिकायत दर्ज नहीं की गई, जिसके कारण कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन के अंदर धरने पर बैठ गए. कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दावा किया कि कमल नाथ के आपत्तिजनक पोस्टर से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लगाए गए आपत्तिजनक पोस्टर

बीजेपी नेताओं ने कहा कि ये पोस्टर कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नतीजा हैं और पार्टी को इस मामले को संभालना चाहिए. भाजपा के पास करने को कुछ नहीं है. हो सकता है कि इस कृत्य के पीछे कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे युवा हों. बाद में भोपाल में कई स्थानों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऐसे ही आपत्तिजनक पोस्टर सामने आए. शॉपिंग मॉल के अलावा राज्य के सचिवालय भवन वल्लभ भवन और सतपुड़ा भवन की दीवारों पर भी पोस्टर लगाए गए हैं.

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हालांकि, कांग्रेस और बीजेपी दोनों दावा कर रहे हैं कि पोस्टर वार से उनका कोई लेना-देना नहीं है. संभावना है कि पुलिस हरकत में आएगी और इन्हें लगाने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाएगी.

-भारत एक्सप्रेस



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