MSO on Israel Hamas War: इजराइल पर हमास के हमलों और गाजा पट्टी पर जवाबी हमलों के मद्देनजर, भारत के दो प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष में शांति की अपील की है. पटना स्थित कार्यकर्ता समूह पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने जारी युद्ध के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि संगठन किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करता है. समूह ने आगे इस बात पर जोर दिया कि विवाद को बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए.
हम किसी भी तरह की हिंसा के पक्ष में नहीं: पसमांदा महाज
पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने कहा, “ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम मारे गए लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है. संगठन ने एक बयान में कहा कि हम किसी भी तरह की हिंसा के पक्ष में नहीं हैं और संगठन का मानना है कि मौजूदा विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए. संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया, “चूंकि यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर का है, इसलिए भारत सरकार देश हित में जो भी रणनीति अपनाएगी, अखिल भारतीय पसमांदा मुसलमान उसका समर्थन करेंगे.”
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MSO ने भी की निंदा
मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (MsO) ने भी एक बयान जारी कर मध्य पूर्व में चल रहे युद्ध के दौरान नागरिकों पर हमलों और महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाने की निंदा की है. MsO ने इज़राइल और हमास से “संयम से काम करने और आवेगपूर्ण कदमों से बचने” का आह्वान किया है. संगठन ने इस बात पर जोर दिया कि “हिंसा से कोई फायदा नहीं होगा”. एमएसओ ने कहा कि बातचीत की आवश्यकता है और दोनों पक्षों के बीच समाधान पर बातचीत फिर से शुरू करने की जरूरत है. एमएसओ की ओर से कहा गया कि इस्लाम ने कभी भी इस तरह के बर्बर और अमानवीय कृत्य की अनुमति नहीं दी. एमएसओ ने पुष्टि की कि “हमास का हमला “अल-अक्सा मस्जिद पर जारी इजरायली कब्जे और हमले, फिलिस्तीनी भूमि पर कब्जे और फिलिस्तीनी भावनाओं को भड़काने का परिणाम है.”
-भारत एक्सप्रेस
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