म्यूजियम लाइब्रेरी
Jairam Ramesh On PM Modi: कांग्रेस ने शुक्रवार को नई दिल्ली में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी (NMML) का नाम बदलने को लेकर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस नेता जयराय रमेश ने कहा कि इमारतों का नाम बदलने से विरासत नहीं मिटती. दरअसल, तीन मूर्ति भवन के परिसर में बने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी कर दिया गया है. संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि एनएमएमएल की एक विशेष बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता सोसायटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की.
संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी -जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है. 59 वर्षों से अधिक समय से नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय अभिलेखों का खजाना रहा है. उन्होंने कहा कि विरासत को विकृत, तिरस्कृत और नष्ट करने के लिए मोदी क्या नहीं करेंगे? एक छोटा, छोटा आदमी अपनी असुरक्षाओं से दबा हुआ स्वयंभू विश्वगुरु है.
बीजेपी ने किया पहलटवार
बता दें कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान परबीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, ” कितने कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने नेहरू म्यूजियम देखा है. हमने पूरी लाइब्रेरी को डिजिटिलाइज्ड कर दिया है. पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के प्रति आपके मन में कटुता हो सकती है. मोदी विरोध करने के चक्कर में आप ये ही भूल जाते हैं कि आप अपने नेता का ही विरोध करने लग जाते हैं.
जवाहरलाल नेहरू की याद में बनाया गया था संग्रहालय
नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय की स्थापना जवाहरलाल नेहरू की याद में किया गया था. यह संस्था भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन आती है. यह भारत के पहले प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास, आलीशान तीन मूर्ति भवन में स्थित है. यह चार भागों में विभाजित है; एक स्मारक संग्रहालय, एक आधुनिक भारतीय पुस्तकालय, समकालीन अध्ययनों से संबंधित एक केंद्र और नेहरू तारामंडल.
-भारत एक्सप्रेस
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