नूंह हिंसा पर गृह मंत्री अनिल विज का बयान
हरियाणा के मेवात-नूंह में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. विश्व हिंदी परिषद और उसके अनुषांगिक संगठन बजरंग दल ने बृजमंडल यात्रा निकाली थी. इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने यात्रा पर पथराव कर दिया. देखते ही देखते हिंसा शुरू हो गई. अब इस हिंसा को लेकर सियासत भी तेज हो रही है. विपक्ष बीजेपी पर आरोप लगा रहा है तो वहीं सत्तारूढ़ दल का आरोप है कि विपक्ष इस घटना के बाद से ही अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगा हुआ है.
पूरी प्लानिंग के साथ हुई हिंसा- अनिल विज
इसी बीच हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बयान आया है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है, लेकिन जिस तरह से लोगों ने यात्रा की घेरेबंदी करके हमला किया, वो पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था. इसके पीछे बड़ी साजिश चल रही थी. लोग हाथों में लाठियां लेकर मंदिरों के आसपास पहाड़ियों पर चढ़े हुए थे. ये लाठियां कहां से आईं, किसी ने तो इनका इंतजाम किया होगा. गोलियां चलाई जा रही थीं. एंट्री प्वाइंट भी लोग इकट्ठा हो गए थे. ये एक प्लान के तहत हुआ है. हथियारों से हमला किया गया. जो इसी साजिश का हिस्सा था.
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सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए स्कैनिंग कमेटी गठित
गृह मंत्री ने कहा, जांच में जल्द ही सारी चीजों का खुलासा हो जाएगा. रिपोर्ट आने से पहले हम किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहते हैं. हालात सामान्य होते ही इंटरनेट की सेवाएं फिर से बहाल कर दी जाएंगी. अनिल विज ने ये भी कहा कि सोशल मीडिया पर निगरानी रखने और स्कैनिंग के लिए एक कमेटी गठित की गई है. ये समिति 21 जुलाई से लेकर 31 जुलाई के बीच सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म को स्कैन करेगी. अगर किसी भी प्रकार की ऐसी भड़काऊ पोस्ट मिलती है तो शेयर करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
जांच एजेंसियां अलर्ट
गृह मंत्री ने राज्य के लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर ऐसी कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट शेयर न करें, जिससे किसी तरह माहौल खराब होने की स्थिति बने. जांच एजेंसियां लगातार सोशल प्लेटफॉर्म पर नजर रख रही हैं. ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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