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पीएम मोदी CLEA-CASGC 2024 के उद्घाटन समारोह में हुए शामिल, बोले- कानूनों का हो रहा आधुनिकीकरण

पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि अफ्रीकी संघ भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 का हिस्सा बना.

PM Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो ANI)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉमनवेल्थ लीगल एजुकेशन एसोसिएशन (CLEA) – कॉमनवेल्थ अटॉर्नी और सॉलिसिटर जनरल कॉन्फ्रेंस (CASGC) 2024 के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए. कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और CJI डीवाई चंद्रचूड़ भी मौजूद रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि अफ्रीकी संघ भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 का हिस्सा बना. इससे अफ़्रीका के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में काफ़ी मदद मिलेगी.

आप अतुल्य भारत का पूरा अनुभव लें- PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि “मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अतुल्य भारत का पूरा अनुभव लें. यहां अफ़्रीका से अनेक लोग आए हैं. अफ्रीकी संघ के साथ भारत के विशेष संबंध हैं. हमें गर्व है कि अफ्रीकी संघ भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 का हिस्सा बना. इससे अफ़्रीका के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी.”

“बेहतर तालमेल तेजी से न्याय प्रदान करता है”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कभी-कभी एक देश में न्याय सुनिश्चित करने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने की आवश्यकता होती है. जब हम सहयोग करते हैं तो हम एक-दूसरे के सिस्टम को बेहतर ढंग से समझते हैं. बेहतर समझ बेहतर तालमेल लाती है और बेहतर तालमेल तेजी से न्याय प्रदान करता है.”

कानूनी शिक्षा को समय के साथ ढलने की जरूरत- PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कानूनी शिक्षा को भी बदलते समय और प्रौद्योगिकियों के अनुरूप ढलने की जरूरत है. हमारा ध्यान अपराध के नवीनतम रूपों को समझने पर है. हमें बड़े अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर के साथ युवा कानूनी पेशेवरों की मदद करने की जरूरत है.”

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“अब नागरिकों में भय के बजाय आश्वासन की भावना है”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “भारत वर्तमान वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए कानूनों का आधुनिकीकरण भी कर रहा है. अब तीन नए कानूनों ने 100 साल से अधिक पुराने औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों की जगह ले ली है. पहले सजा और दंडात्मक पहलुओं पर ध्यान था, अब ध्यान न्याय को प्रोत्साहित करने पर है. इसलिए नागरिकों में भय के बजाय आश्वासन की भावना है.”

-भारत एक्सप्रेस

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