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पीएम मोदी ने किया वाढवण पोर्ट का शिलान्यास, 12 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार, जानें बंदरगाह से जुड़ी ये खास बातें

पालघर जिले के दहानु शहर के पास स्थित वधवन बंदरगाह भारत में गहरे पानी में स्थित सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा और अंतरराष्ट्रीय समुद्री परिवहन के लिए सीधा संपर्क प्रदान करेगा.

Vadhan Port

पीएम मोदी ने वाढवण पोर्ट का किया शिलान्यास.

PM Modi laid the foundation stone of Vadhan Port: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (30 अगस्त) महाराष्ट्र के पालघर पहुंचे. जहां पर उन्होंने हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इस दौरान पीएम मोदी ने वाढवण बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखी. इस दौरान पीएम मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए आज महाराष्ट्र की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक दिन है, ये भारत की विकास यात्रा के लिए बहुत बड़ा दिन है. विकसित महाराष्ट्र, विकसित भारत के संकल्प का सबसे अहम हिस्सा है, इसलिए महाराष्ट्र के लिए लगातार बड़े फैसले लिए गए हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में विकास के लिए ज़रूरी सामर्थ्य है, संसाधन हैं, समुद्री तट हैं और इन तटों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार का सदियों पुराना इतिहास है और यहां भविष्य की अपार संभावनाएं भी हैं. इन अवसरों का पूरा लाभ महाराष्ट्र को और देश को मिले इसके लिए आज वाढवण पोर्ट की नींव रखी गई है.”

मुंद्रा पोर्ट से तीन गुना बड़ा

बता दें कि वाढवण पोर्ट का निर्माण जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी और महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड द्वारा गठित एक विशेष प्रयोजन वाहन करेगा. वाढवण पोर्ट देश का सबसे बड़ा बंदरगाह होगा. पूरी तरह से वाढवण पोर्ट के शुरू होने के बाद वाढवण बंदरगाह के दुनिया के टॉप 10 कंटेनर बंदरगाहों में से एक होने की उम्मीद है. वधवन बंदरगाह मुंबई में सरकार द्वारा संचालित जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (JNPA) और अडानी के स्वामित्व वाले मुंद्रा पोर्ट से तीन गुना बड़ा होगा.

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12 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

वाढवण पोर्ट बंदरगाह का ड्राफ्ट 80 मीटर से अधिक होगा. पालघर जिले के दहानु शहर के पास स्थित वधवन बंदरगाह भारत में गहरे पानी में स्थित सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा और अंतरराष्ट्रीय समुद्री परिवहन के लिए सीधा संपर्क प्रदान करेगा. इस बंदरगाह के बनने से 12 लाख लोगों को प्रत्‍यक्ष और करीब एक करोड़ लोगों को अप्रत्‍यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. बंदरगाह में नौ कंटेनर टर्मिनल होंगे. प्रत्येक 1000 मीटर लंबा होगा. प्रतिवर्ष यह लगभग 23.2 मिलियन कंटेनरों को संभालेगा. वधवन बंदरगाह की कुल क्षमता प्रतिवर्ष 300 मिलयन टन होगी. यह 24000 टीईयू के जहाजों को संभालने में सक्षम होगा.

-भारत एक्सप्रेस

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